रांची। चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मंगलवार को एम्स से लौटकर रांची पहुंचे हैं। उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच रिम्स ले जाया गया। सुरक्षा घेरे में सीधे उन्हें रिम्स के सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक में भर्ती कराया गया। इस दौरान रांची रेलवे स्टेशन से लेकर रिम्स तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। उनकी सुरक्षा में 4 मजिस्ट्रेट, 2 डीएसपी और 150 अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई।
रिम्स में मेडिसिन विभाग के डॉ उमेश प्रसाद करेंगे लालू की जांच
रिम्स में वापस आने के बाद लालू प्रसाद यादव की जांच मेडिसिन विभाग के डॉ उमेश प्रसाद के देख रेख में होगा। डॉक्टरों की टीम लालू प्रसाद की स्वास्थ्य की जांच करेगी। एम्स के रिपोर्ट के आधार पर यहाँ चिकित्सा करने की योजना होगी। लीवर से लेकर किडनी तक की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य में सुधार के बाद ही लालू यादव को वापस जेल भेजने पर विचार होगा।
जेल प्रशासन ने कहा, रिम्स पहुंचेंगे लालू :
जेल अधीक्षक अशोक चौधरी ने कहा, लालू को जेल प्रशासन की ओर से इलाज के लिए रिम्स भेजा गया था। रिम्स ने स्थिति को समझते हुए एम्स रेफर किया था। अब लालू रिम्स पहुंचेंगे। वहां के डॉक्टर उन्हें जेल में रहने लायक फिट बताते हैं, तभी वे वापस जेल लाए जाएंगे। हालांकि जेल प्रशासन रिम्स के मेडिकल बोर्ड के निर्णय के अनुसार उनके रहने की व्यवस्था करेगा। जेल प्रशासन के अनुसार, लालू से मिलने का दिन पूर्व की तरह गुरुवार ही होगा। 3 मई को लालू से तीन लोग मिल सकेंगे।
28 मार्च को रिम्स में लालू की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एम्स रेफर किया गया था। 29 मार्च को वे एम्स दिल्ली पहुंचे थे। 20 अप्रैल को एम्स से वापस रिम्स भेज दिया गया।
रांची रेलवे स्टेशन और रिम्स में समर्थकों की भीड़ लगी है। चूंकि पूरे एक महीने तक रांची में लालू नहीं थे। ऐसे में लालू से मिलने वालों में होड़ मची है। समर्थक उनके स्वागत के लिए स्टेशन पर मौजूद हैं। रिम्स में सुबह से ही समर्थक जमे हैं। हालांकि सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक में समर्थकों को घुसने नही दिया गया।
एम्स से इलाज कराने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मंगलवार को राजधानी एक्सप्रेस से सुबह 9:13 बजे रांची पहुंचे। लालू के आगमन को लेकर रांची रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी। यहां आते ही सुरक्षा घेरे में उन्हें कोच से निकाल कर व्हील चेयर पर बैठाया गया।
इसके बाद उन्हें रेलवे स्टेशन के निकास गेट तक पहुंचाया गया। इस दौरान सुरक्षा बल द्वारा रस्सी का घेरा बनाकर बैरिकेडिंग की गई थी। गेट पर ही एंबुलेंस लगी थी, जिसमें बैठकर लालू रिम्स रवाना हो गए। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में समर्थक रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे। लेकिन किसी को लालू के समीप तक भी पहुंचने नहीं दिया गया। एंबुलेंस 9:21 में रिम्स के लिए रवाना हुई। इस दौरान स्टेशन पर प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद थे। कड़ी सुरक्षा के लालू रिम्स पहुंचे। लालू को सीधे वार्ड में ले जाया गया। डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की जांच कर कर रही है। फिलहाल, सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक के भीतर मौजूद लालू से मिलने के लिए वहां मौजूद मीडियाकर्मियों और समर्थकों को घुसने नहीं दिया जा रहा है।
लालू से मिलने की अनुमित नहीं
जेल अधीक्षक अशोक चौधरी के अनुसार, जिस तरह जेल परिसर मीडियाकर्मियों व समर्थकों के प्रवेश पर रोक थी, यही व्यवस्था रिम्स में भी लालू के वार्ड के लिए लागू रहेगी। लालू से मिलने की अनुमति गुरुवार 3 मई को होगी। फिलहाल किसी को मिलने की अनुमति नहीं है।
लालू की ट्रेन में हुई मेडिकल जांच
दिल्ली एम्स में चिकित्सीय परीक्षण के बाद रांची जा रहे चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव की कानपुर पहुंचते-पहुंचते फिर तबीयत बिगड़ गई। ट्रेन में ही उनकी जांच की गई। करीब 12 मिनट के चिकित्सीय परीक्षण के बाद डाक्टरों ने उन्हें जाने की अनुमति दी। एम्स के डाक्टरों की सलाह पर यहां उन्हें इंसुलिन का इंजेक्शन दिया गया। लालू यादव रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में भर्ती थे। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल ले जाया गया था लेकिन, डॉक्टरों ने उन्हें चिकित्सकीय जांच के बाद छुट्टी दे दी। ऐसे में वह दिल्ली से रांची राजधानी एक्सप्रेस से वापस रांची जा रहे थे।
उनकी तबीयत दिल्ली से ही खराब थी लेकिन, रास्ते में इटावा के बाद उन्हें बेचैनी महसूस हुई। कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन नौ बजकर 14 मिनट पर पहुंची। कंट्रोल रूम द्वारा पहले से ही सूचना दिए जाने पर रेलवे के डॉ. रफीक अपनी टीम के साथ पहले से मौजूद थे। जांच में उनका ब्लड शुगर बढ़ा हुआ था। डॉ. रफीक ने एम्स में राजद सुप्रीमो का इलाज कर रहे डॉक्टर से फोन पर बात की और उनकी सलाह पर इंसुलिन का इंजेक्शन दिया। इसके बाद लालू यादव आगे रवाना हो गए।
12 मिनट रुकी ट्रेन
दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस का सेंट्रल स्टेशन पर ठहराव पांच मिनट है लेकिन, लालू यादव की तबीयत बिगड़ने के कारण ट्रेन यहां 12 मिनट तक रुकी रही।
लालू की एम्स से छुट्टी, समर्थकों का उत्पात
चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव को सोमवार को दिल्ली के एम्स से सेहत में सुधार के बाद छुट्टी दे दी गई। उन्हें फिर रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (रिम्स) भेज दिया गया। इससे वह भड़क उठे। उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। इसके बाद उनके समर्थकों ने देश के सबसे प्रतिष्ठित सरकारी अस्पताल में भारी हंगामा किया। कैथ लैब के दरवाजे को तोड़ डाला। हमले में एक सुरक्षा कर्मी घायल हो गया। हंगामे के कारण आम मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एम्स के डिप्टी चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर दीपक कुमार ने दिल्ली के हौजखास थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इस घटनाक्रम से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एम्स जाकर लालू से मुलाकात की थी।
अधिकारियों का कहना है कि लालू यादव से मिलने के लिए उनके समर्थक सोमवार सुबह से ही एम्स के उस वार्ड में पहुंचने लगे थे, जहां वह भर्ती थे। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, करीब सवा 12 बजे आठ-दस लोग लालू यादव को डिस्चार्ज करने के विरोध में नारेबाजी करते हुए एम्स परिसर में दाखिल हुए। जब एम्स प्रशासन के सिक्योरिटी स्टाफ ने उनको रोकने की कोशिश की तो वे उनसे बदसुलूकी करने लगे। हुड़दंगियों ने कैथ लैब के दरवाजे का शीशा तोड़ डाला। इस क्रम में सिक्योरिटी गार्ड खुर्शीद आलम घायल हो गए। काफी हंगामे के बाद सिक्योरिटी स्टाफ और अन्य पुलिसकर्मियों ने जबरन उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया। हंगामा करने वाले कुछ लोग सीसीटीवी फुटेज में भी देखे गए हैं।
ट्रेन से रांची रवाना किया
एम्स से छुट्टी मिलने के बाद लालू व्हीलचेयर पर अस्पताल से बाहर निकले और इसके बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचकर राजधानी एक्सप्रेस से रांची स्थित रिम्स अस्पताल के लिए रवाना हो गए। ट्रेन पर चढ़ने से पहले लालू ने भाजपा पर जुबानी हमला किया। उन्होंने अपनी तबीयत खराब बताते हुए एम्स प्रशासन पर राजनीतिक दबाव में उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो उसके लिए भाजपा जिम्मेदार होगी।
बोले- एसपी हमारा बॉस है क्या:
ट्रेन में बैठने के लिए लालू को प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर बैट्री रिक्शा से जाना था, लेकिन नई दिल्ली स्टेशन के वीआइपी गेट पर बैट्री रिक्शा में बैठने से पूर्व लालू पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। उन्हें डांटते हुए कहा कि एसपी (पुलिस अधीक्षक) क्या मेरा बॉस है? जब लालू से डांटने का कारण पूछा गया तो उनका कहना था कि पुलिसकर्मी ने उन्हें एसपी के आदेश पर पीछे हटने के लिए कहा था। इस पर उन्होंने कहा कि, मैं एसपी के कहने पर पीछे क्यों हटूं, क्या एसपी मेरा बॉस है?
छह डॉक्टरों की टीम का फैसला:
लालू को 17 मार्च को रांची की बिरसा मुंडा जेल से रिम्स में भर्ती कराया गया था। वह पिछले साल 23 दिसंबर से जेल में हैं। उन्हें 29 मार्च को दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स के ओल्ड प्राइवेट वार्ड के कमरा नंबर 101 में भर्ती लालू के उपचार के लिए डॉक्टरों की छह सदस्यीय टीम तैनात थी। पांच अप्रैल को गठित इस टीम में सर्जरी, कार्डियोलॉजी, मेडिसिन व यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर थे। इस टीम की रिपोर्ट के बाद एम्स प्रशासन ने अस्पताल से छुट्टी देने का फैसला किया, लेकिन लालू ने इस आपत्ति जताते हुए सोमवार सुबह एम्स निदेशक को पत्र लिखा। इसमें कहा था कि वह किडनी इनफेक्शन, शुगर, दिल की बीमारी समेत कई रोगों से ग्रसित हैं। कमर में भी दर्द है और उन्हें बार-बार चक्कर आ रहा है। इससे वह कई बार बाथरूम में गिर भी चुके हैं। इन सब बीमारियों का इलाज यहां चल रहा है। ये सुविधाएं रांची के अस्पतालों में नहीं हैं।
लालू फिट और यात्रा के योग्य: एम्स
लालू के पत्र पर एम्स प्रशासन ने कहा कि उनकी तबीयत स्थिर है। वह पूर्ण रूप से फिट और यात्रा करने योग्य हैं। उन्हें उनकी पुरानी बीमारियों के इलाज के लिए रांची वापस भेजा जा रहा है।
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