दुनियाभर के ज्यादातर लोग इन दिनों नींद से वंचित हैं। बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें रात में चैन की नींद पाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है और ऊपर से अगर आपका पार्टनर रात को जोर-जोर से खर्राटे लेता हो या फिर सोते वक्त आपकी चादर खींच ले तो नींद के साथ-साथ मूड भी खराब हो जाता है। दुनियाभर में बहुत से कपल्स हैं जिन्हें बेड के साथ-साथ चादर शेयर करने में समस्या होती है और इसके कई कारण भी हैं लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि इन छोटी-छोटी वजहों से खराब होते रिश्ते को बचाने का सबसे आसान हल है स्लीप डिवॉर्स।
अमेरिका में साल 2010 में नैशनल स्लीप फाउंडेशन की ओर से करवायी गई एक स्टडी के मुताबिक करीब एक चौथाई शादीशुदा जोड़ों ने स्लीप डिवॉर्स फाइल किया था। यह वह व्यवस्था है जिसमें आपको अपने पार्टनर से अलग सोने की इजाजत मिल जाती है। हालांकि करीब 3 हजार अमेरिकियों पर किए गए एक सर्वे के नतीजे बताते हैं कि बड़ी संख्या में अमेरिका के शादीशुदा लोग स्लीप डिवॉर्स चाहते हैं लेकिन पार्टनर के सामने इस टॉपिक को लाने में उन्हें डर लगता है।
स्लीप प्रॉडक्ट रिव्यू वेबसाइट मैट्रेस क्लारिटी की ओर से जारी किए गए डेटा के मुताबिक अमेरिका के 30.9 प्रतिशत लोग अपने पार्टनर से अलग सोना चाहते हैं। इसके अलावा करीब 10 प्रतिशत लोग ऐसे भी थे जिन्होंने अपना पिछला रिश्ता सोने से जुड़े मुद्दों की वजह से ही खत्म किया था। इस डेटा की एक और हैरान करने वाली बात यह थी कि करीब 41.4 प्रतिशत अमेरिकियों का पार्टनर से अलग दूसरे रूम में सोने का फैसला आपसी सहमति से लिया गया था लेकिन वे अपने परिवार या दोस्तों के सामने इस बात को जाहिर करना नहीं चाहते थे। सर्वे के नतीजों से यह भी पता चला कि जहां 40 प्रतिशत पुरुष पार्टनर से अलग बेड स्पेस चाहते थे वहीं अलग बिस्तर चाहने वाली महिलाओं की संख्या 38 प्रतिशत थी।
नींद की कमी से गंभीर बीमारियां जैसे- मोटापा, हृदय से जुड़ी बीमारियां और डायबीटीज का भी खतरा रहता है। ऐसे में अच्छी नींद कितनी जरूरी है इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता...
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