वासना का वशीभूत शक्तिपीठ का प्रधान पुजारी



उत्तर प्रदेश/ सोनभद्र-
 
उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की सीमा पर बसे सोनभद्र जिले में स्थित सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ मां ज्वालामुखी मंदिर के प्रधान पुजारी श्लोकी मिश्रा पर धर्म की आड़ में गोरखधंधे का खेल खेलने का संगीन आरोप लग रहा है विदित हो की प्रधान पुजारी श्लोकी मिश्रा पर एक महिला द्वारा आरोप लगाया गया है कि इस धर्म के ठेकेदार पर मीनू मिश्रा (काल्पनिक नाम) पर हमबिस्तर हो शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया गया है महिला द्वारा इस से इनकार करने पर उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा को भी धूमिल कर उसके पति से उसे अलग करवा दिया गया आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस महिला के पति मुकेश मिश्रा द्वारा अपनी पत्नी को इस पुजारी से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया जा रहा था लेकिन मुकेश की मनसा पूर्ण ना होने की दशा में मीनू को घर से बेदखल कर दिया गया गौरतलब है कि मुकेश मिश्रा द्वारा अपनी पत्नी को पूजारी के साथ हमबिस्तर होने की बात किस लालचपूर्ण नीति के तहत दबाव बनाया जा रहा था ।इसके साथ आरोपी यह भी है कि शक्तिपीठ के प्रधान पुजारी द्वारा अपने दबंगई के चलते मनमानी करने की खुली छूट प्राप्त है वह दबाव बनाकर अपनी वासना के वशीभूत अपनी काली करतूतों को अंजाम देने का वादा बेधड़क तैयार करता है विदित हो की प्रधान पुजारी श्लोकी मिश्रा पर यह भी आरोप है कि अपने दबंगई के चलते NTPC प्रशासन की प्रॉपर्टी पर अवैध कब्जा किया गया है साथ ही अपनी काली करतूतों को छिपाने मंदिर समिति के किसी न किसी बेगुनाह सदस्य को फर्जी मुकदमा कायम करवाकर फंसा दिया जाता है बजरंग दल के जिला संयोजक हेमंत मिश्रा का आरोप है कि मंदिर समिति एवं शक्तिपीठ में प्रधान पुजारी जैसे पद का प्रावधान है ही नहीं  और वर्तमान में स्वयं को शक्तिपीठ का प्रधान पुजारी बताने वाला श्लोकी मिश्रा पर 420 का मामला न्यायालय में विचाराधीन है तथा ढोंगी पुजारी श्लोकी मिश्रा जमानत पर बाहर है श्री हेमंत का आरोप यह भी है कि प्रधान पुजारी का चोला ओढ़े श्लोकी मिश्रा अंध भक्तों की आस्था से जमकर खिलवाड़ कर रहा है यहां तक की तथाकथित प्रधान पुजारी द्वारा हेमंत मिश्रा को झूठे मामले में फंसाने का प्रयास किया जा चुका है कहां तो यह भी जा रहा है कि शक्तिपीठ के प्रधान पुजारी पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि उनके द्वारा मंदिर परिसर में स्थित अन्य देवी देवताओं के मंदिरों की नीलामी मनमुताबिक राशि प्राप्त की जाती है और इनके चहेतों को अन्य धर्म स्थलों की जिम्मेदारी सौंपी जाती है यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि धर्म का चोला ओढ़े इस वासना के पुजारी पर वहसीयत के कई संगीन आरोप लग रहे हैं महिलाओं की अस्मिता से खिलवाड़ कर वासना पूर्ति का माध्यम बनाता है और अपनी मंशापूर्ण ना होने की दशा में पारिवारिक कलह उत्पन्न कर पति पत्नी के बीच अलगाव का जहर घोल देता है सूत्रों की माने तो राजनीतिक और पुलिसया रसूख का दावा करने वाला यह ढोंगी स्थानी पत्रकारों को भी अपनी मनसानुसार कठपुतली की तरह नचाता है और अपनी काली करतूतों पर पर्दा डालने रखने के लिए उनका जेब गर्म करता रहता है मुद्दे की बात यह है कि जब इसी तरह से धर्म की आड़ में काली करतूतों का नंगा नाच खुलेआम होता रहेगा तो धार्मिक प्रतिष्ठा का पतन होता रहेगा और शक्तिपीठ के प्रधान पुजारी श्लोकी मिश्रा पर धर्म की आड़ में धन वृद्धि, वासना पूर्ति के आरोपों में थोड़ी भी सत्यता है तो आवश्यकता इस बात की है कि ऐसे बहुरूपिया को समाज में चेहरा बेनकाब हो और विधि संगत कार्यवाही हो जिससे धार्मिक प्रतिष्ठा और अंध भक्तों की आस्था को धूमिल होने के साथ ही हिंदू धर्म की मान प्रतिष्ठा को बनाया जा सके।


 पत्रकार पर लगाया निराधार आरोप-
 इस पाखंडी का असली चेहरा जनता के सामने लाने के लिए मध्यप्रदेश के जबलपुर के प्रतिष्ठित साप्ताहिक समाचार पत्र के सिटी चीफ व न्यूज़ एन डी 24 इन टू 7 के संचालक साक्ष्य एवं ठोस प्रमाण एकत्रित करने में पिछले कई माह से कार्य कर रहे  थे उनके व न्यूज एन डी 24इन टू 7 के सोनभद्र संवाददाता के ऊपर निराधार ब्लैक मेलिंग का आरोप लगाया गया जिसका कोई साक्ष्य ठोस प्रमाण इस  पाखंडी, ढोंगी व वासना के पुजारी श्लोकी मिश्रा ने शासन प्रशासन व जनता के सामने समक्ष प्रस्तुत नहीं कर सका नेशनल प्रेस यूनियन इस प्रकार के कुकर्मी की घोर निंदा करते हुए प्रशासन से निष्पक्ष कार्यवाही की मांग करता है 

सौजन्य www.newsnd24x7.com

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