शिमला. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में अगर दोनों मुख्य पार्टियों की चाल देखें तो कहीं न कहीं कांग्रेस ने बीजेपी से लीड ले रखी है। वह सीएम कैंडिडेट का एलान भी कर चुकी है और बागियों को मनाना भी शुरू कर दिया है। उधर, बीजेपी की हालत डावांडोल दिखाई दे रही है। न तो वह अभी तक सीएम फेस सामने ला पाई है और न ही टिकटों को बांटने और विधानसभा सीट बदलने से नाराज अपने दिग्गज नेताओं की चुप्पी तोड़ पाई है।
- हिमाचल प्रदेश बीजेपी और केंद्र से आए नेताओं के बीच सोमवार देर रात चुनावी प्रोग्राम को लेकर कई अहम मुद्दों पर घंटों बातचीत हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। पार्टी के नेताओं को जिलों से बाहर निकालकर प्रचार करवाना चुनौती बनता जा रहा है।
- पूर्व सीएम प्रेमकुमार धूमल अभी तक अपने जिले से बाहर नहीं गए हैं। हालांकि, अपने जिले में टिकट के बंटवारे के बाद हुई बगावत को उन्होंने पूरी तरह शांत कर दिया है।
- सूत्र बताते हैं कि बीजेपी में धूमल के सपोर्टर्स लंबे समय से सीएम फेस का एलान करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन पार्टी इस पर चुप्पी साधे है।
- मीटिंग में होने वाली चर्चाओं में सामने आए मुद्दों को पार्टी के हिमाचल प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे हाईकमान तक पहुंचाते रहे, लेकिन किसी भी फैसले पर मुहर नहीं लग पाई।
सीक्रेट रखी गई कोर कमेटी की मीटिंग
- बीजेपी आलाकमान के आदेश पर रात नौ बजे के आसपास कोर कमेटी की मीटिंग शुरू हुई। इसे सीक्रेट रखा गया और मीटिंग में बड़े नेताओं को ही बुलाया गया था। इनमें मंगल पांडे और पवन राणा के साथ जेपी नड्डा, प्रेमकुमार धूमल और शांता कुमार के नाम शामिल थे, लेकिन शांता मीटिंग में नहीं आए।
- मीटिंग में कई मुद्दों को लेकर बातचीत हुई। कुछ पर मतभेद भी नजर आए, जिसपर मंगल पांडे और पवन राणा ने अलग से बैठकर चर्चा की।
- हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की अगली पॉलिसी और नेताओं की डिमांड पर मंथन होता रहा। जब बड़े नेताओं के दौरों के प्रोग्राम का खाका तैयार किया गया तो सीएम प्रोजेक्ट करने की मांग भी उठी।
मोदी और शाह की रैलियां नवंबर में
- मीटिंग में इतना जरूर तय हुआ कि हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रेसिडेंट अमित शाह की चुनावी रैलियां नवंबर के पहले हफ्ते में होंगी। सभी संसदीय क्षेत्र में मोदी की एक-एक रैली होगी, जबकि जरूरत के हिसाब से अमित शाह की कई रैलियां हो सकती हैं।
- बीती रात साढ़े 12 बजे तक चली प्रदेश कोर कमेटी की मीटिंग में रैलियों की प्लानिंग की गई।
- इसके अलावा इस पर भी लंबी चर्चा हुई कि कैंडिडेट्स से खफा चल रहे पार्टी वर्कर्स को कौन नेता कब, कहां और कैसे मनाएगा?
- मीटिंग में पीएम मोदी की रैली चारों संसदीय क्षेत्रों में करवाने का फैसला लिया है। इसके तहत रैली पालमपुर ,सुजानपुर, सोलन और मनाली में हो सकती है। रैलियों के बारे में मंजूरी हाईकमान से मांगी गई है।
धूमल शाम को निकले सपोर्टर्स से मिलने
- प्रेमकुमार धूमल मंगलवार को दिन भर घर पर ही रहे। देर शाम थोड़ी देर के लिए वे लोगों से मिलने के लिए निकले थे। इससे पहले बीजेपी की ओर से किसी भी चुनाव में धूमल को हर बार बड़ी जिम्मेदारी मिलती रही है। उनके सपोर्टर्स को इस बार भी इसी तरह की बड़ी जिम्मेदारी की उम्मीद है, लेकिन अभी तक एसा एलान न होने से सपोर्टर्स खामोश हैं।
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