पाक से वतन लौटी गीता रहस्यमय तरीके से लापता, तीन थानों की पुलिस ने खोजा

पाकिस्तान से भारत लौटने के बाद मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में मूक बधिर केंद्र में रह रही गीता रहस्यमय तरीके से लापता हो गई. तीन थानों की पुलिस ने करीब पौन घंटे की मशक्कत के बाद गीता को ढूंढ निकाला. गीता के अचानक केंद्र से गायब होने की वजह का खुलासा नहीं हो सका है.

इंदौर के स्कीम नंबर 71 में स्थित मूक बधिर केंद्र से गीता गुरुवार शाम चार बजे अचानक लापता हो गई. गीता के केंद्र से लापता होने की वजह से हड़कंप मच गया. तुरंत पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद तीन थानों के पुलिस बल ने आसपास के इलाकों में सर्चिंग शुरू कर दी.
करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद पुलिस ने गीता को चंदन नगर थाने के पास से खोज निकाला. गीता के लापता होने की वजह का खुलासा नहीं हो सका है. पुलिस और मूक बधिर केंद्र के संचालकों ने गीता के केंद्र छोड़ने की वजह से जुड़े सवालों पर चुप्पी साध ली है.
लाहौर स्टेशन पर मिली थी गीता

गीता 7-8 साल की उम्र में पाकिस्तानी रेंजर्स को समझौता एक्सप्रेस में लाहौर रेलवे स्टेशन पर मिली थी. गलती से सरहद पार पहुंचने वाली इस मूक-बधिर लडकी को पाकिस्तान की ईधी फाउंडेशन की बिलकिस ईधी ने गोद लिया और अपने साथ कराची में रखा था.

-पाकिस्तान में 10 साल से ज्यादा वक्त गुजारने के बाद गीता 26 अक्तूबर 2015 को भारत वापस लौटी थी.
-अगले दिन उसे इंदौर में मूक-बधिरों के लिये चलायी जा रही गैर सरकारी संस्था के पास भेज दिया गया था.
-भारत के पांच से ज्यादा परिवारों ने गीता को अपनी पारिवारिक सदस्य बताया है.
-अब तक ऐसे किसी भी परिवार का इस मूक-बधिर लड़की पर दावा साबित नहीं हो सका है.
-गीता को सुषमा स्वराज के प्रयासों से इंदौर के केंद्र में लाया गया था.

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