जाने-माने फिल्म अभिनेता और तमिल सुपरस्टार रजनीकांत की राजनीति में आने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। तमिलनाडु की कद्दावर नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद राज्य में आई राजनीतिक शून्यता के बीच तमिल सुपरस्टार ने जिस तरह से राजनीति में आने के संकेत दिए हैं उसके बाद उनके प्रशंसकों के साथ-साथ भाजपा और कंग्रेस में भी बेसब्री बढ़ गई है।
खबरों के अनुसार रजनीकांत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और भाजपा में शामिल होने की चर्चा है, वहीं दूसरी तरफ राज्य के कांग्रेस प्रमुख ने रजनीकांत द्वारा नई पार्टी के गठन की संभावना जताई गई है।
रविवार को केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं कि प्रधानमंत्री के साथ रजनीकांत की कोई मुलाकात होने वाली है। हालांकि उन्होंने कहा ‘रजनीकांत महान अभिनेता हैं और मोदी महान नेता। अगर वह प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहेंगे तो इसमें कोई समस्या नहीं है।’
वहीं तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एस तिरुनावुक्करासर का मानना है कि रजनीकांत खुद की पार्टी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि कहा कि बतौर मित्र मैं पिछले 35-40 साल से रजनीकांत को जानता हूं और मेरा मानना है कि वह किसी राष्ट्रीय या क्षेत्रीय पार्टी में शामिल नहीं होंगे, बल्कि खुद की पार्टी बनाएंगे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों अपने प्रशंसकों से मिलते हुए रजनीकांत ने कहा था कि ‘जंग’ के लिए तैयार रहिए। इसके बाद से उनके राजनीति में आने की अटकलें तेज हो गई है। हालांकि रजनीकांत के राजनीति में आने की अटकलें कई सालों से चलती रही हैं।
1996 में जब उन्होंने जनता से जयललिता को वोट नहीं देने का आह्वान किया था, तब भी उनके राजनीति में आने की अटकलें चली थी। उस चुनाव में जयललिता विधानसभा चुनाव हार गई थी। अब राजनीकांत के प्रशंसक किसी ऐसे दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, कि उनके ‘तलाइवा’ फिल्मी पर्दों की तरह राजनीतिक पटल भी अपना जलवा बिखेरेंगे।
रविवार को केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं कि प्रधानमंत्री के साथ रजनीकांत की कोई मुलाकात होने वाली है। हालांकि उन्होंने कहा ‘रजनीकांत महान अभिनेता हैं और मोदी महान नेता। अगर वह प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहेंगे तो इसमें कोई समस्या नहीं है।’
वहीं तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एस तिरुनावुक्करासर का मानना है कि रजनीकांत खुद की पार्टी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि कहा कि बतौर मित्र मैं पिछले 35-40 साल से रजनीकांत को जानता हूं और मेरा मानना है कि वह किसी राष्ट्रीय या क्षेत्रीय पार्टी में शामिल नहीं होंगे, बल्कि खुद की पार्टी बनाएंगे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों अपने प्रशंसकों से मिलते हुए रजनीकांत ने कहा था कि ‘जंग’ के लिए तैयार रहिए। इसके बाद से उनके राजनीति में आने की अटकलें तेज हो गई है। हालांकि रजनीकांत के राजनीति में आने की अटकलें कई सालों से चलती रही हैं।
1996 में जब उन्होंने जनता से जयललिता को वोट नहीं देने का आह्वान किया था, तब भी उनके राजनीति में आने की अटकलें चली थी। उस चुनाव में जयललिता विधानसभा चुनाव हार गई थी। अब राजनीकांत के प्रशंसक किसी ऐसे दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, कि उनके ‘तलाइवा’ फिल्मी पर्दों की तरह राजनीतिक पटल भी अपना जलवा बिखेरेंगे।
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