चुनावी नतीजों के बाद अब अपनी पसंद का राष्ट्रपति बना सकेगी मोदी सरकार

नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों के आने के बाद राज्यसभा में बीजेपी की सीटों में वृद्धि हो जाएगी। इस दौरान सीटों की बढ़ी संख्या के कारण अब संसद में कोई भी बिल बहुमत के आधार पर नहीं अटकेगा।
जानकारी के अनुसार अब तक बीजेपी को बहुमत की कमी के चलते कई बिल पास कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन यू्पी और उत्तराखंड में बीजेपी के जीतने के बाद अगले एक साल में राज्यसभा में उसके सांसदों की संख्या बढ़ जाएगी। जिसका सिधा असर इस बार होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव पर भी पड़ेगा।
इसी साल जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए बीजेपी बहुमत के आधार पर अपनी पसंद का राष्ट्रपति चुन सकती है। राष्ट्रपति के चुनाव के लिए लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा के सदस्य भाग लेते हैं। उधर यू्पी और उत्तराखंड में बीजेपी को मिली जीत के कारण राज्यसभा में उसके सांसदों की संख्या बढ़ जाएगी।
वहीं ऐसे में उन्हे बहुमत के आधार पर नए राष्ट्रपति के लिए अपने चहते का चुनाव कर सकती है और उसे राष्ट्रपति बना सकती है। उधर यूपी और उत्तराखण्ड में जीत के बाद मोदी सरकार अपनी पसंद के उम्मीदवार को राष्ट्रपति चुन सकती है।

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