स्ट्रीट डॉग्स के हमले में घायल सेही का रेस्क्यू, वेटनरी कॉलेज में जारी इलाज


जबलपुर। सोमवार सुबह देवताल तालाब क्षेत्र में मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों की नज़र एक घायल सेही (वन्यप्राणी) पर पड़ी। स्ट्रीट डॉग्स के हमले में घायल हुई इस सेही को गढ़ा निवासी दिलीप पटेल और उनके साथियों ने देखा और तत्काल वन्यप्राणी विशेषज्ञ गजेंद्र दुबे को सूचना दी।


सूचना मिलते ही गजेंद्र दुबे मौके पर पहुंचे और घायल सेही को प्राथमिक उपचार दिया। इसके बाद उसे वन विभाग की रेस्क्यू टीम प्रभारी गुलाब सिंह परिहार के सुपुर्द किया गया। वर्तमान में सेही का इलाज जबलपुर वेटनरी कॉलेज में जारी है।

वन्यप्राणी विशेषज्ञ गजेंद्र दुबे ने बताया कि सेही का हिंदी नाम सेंधा क्रान्तक और वैज्ञानिक नाम इंडियन क्रेस्टेड पोर्क्यूपाइन (Indian Crested Porcupine) है। भारत में इसकी 24 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। एक वयस्क सेही का वजन लगभग 25 किलो तक होता है और इसकी आयु करीब 18 वर्ष होती है।

सेही के शरीर पर पीठ से पूंछ तक लगभग 30 हजार से अधिक कांटे होते हैं। ये पूरी तरह शाकाहारी जीव हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, यदि इन कांटों से किसी व्यक्ति को चोट लग जाए तो त्वचा में गंभीर संक्रमण की आशंका रहती है।

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