जबलपुर। कोरोना संक्रमण एक बार फिर जबलपुर में जानलेवा साबित हुआ है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाजरत एक गर्भवती महिला की कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद मौत हो गई। यह मामला न केवल स्वास्थ्य तंत्र के लिए चेतावनी है, बल्कि आमजन के लिए भी यह एक गंभीर संकेत है कि महामारी अब भी पूरी तरह थमी नहीं है।
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा ने जानकारी दी कि उक्त महिला को प्रसव के लिए गायनिक विभाग में भर्ती किया गया था। ऑपरेशन सफल रहा और उसने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। लेकिन ऑपरेशन के 24 घंटे के भीतर उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट मिलते ही उसे तुरंत कोविड वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया।
शनिवार रात बिगड़ी हालत, रविवार को गई जान
स्वास्थ्यकर्मियों के अनुसार शनिवार रात 9 बजे महिला को कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया था। शुरुआती निगरानी में स्थिति स्थिर थी, लेकिन कुछ ही घंटों बाद तबीयत तेजी से बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने तुरंत एनेस्थीसिया विभाग की मदद ली। रविवार सुबह महिला की ऑक्सीजन सैचुरेशन अचानक गिर गई। ECG में वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया – यानी दिल की धड़कन का असामान्य रूप से तेज होना – दर्ज किया गया।
डॉक्टरों ने CPR से लेकर इमरजेंसी उपचार के तमाम प्रयास किए, लेकिन महिला को नहीं बचाया जा सका। अस्पताल प्रशासन के अनुसार यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर मेडिकल आपात स्थिति थी, जिसमें पोस्टऑप संक्रमण और कोविड की जटिलता जानलेवा साबित हुई।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर
इस दुखद घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। जिले में अब तक कुल तीन सक्रिय कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। दो नए मामलों ने स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता और बढ़ा दी है।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। मास्क का उपयोग, भीड़भाड़ से बचाव और नियमित हाथ धोना अब भी प्रासंगिक हैं। विशेषकर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और पहले से बीमार लोग अतिरिक्त सावधानी बरतें।
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में कोविड के मामलों में गिरावट आई थी, जिससे लोगों में एक प्रकार की सहजता आ गई थी। लेकिन जबलपुर में हुई इस मौत ने फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना अब भी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि नए रूपों और परिस्थितियों में यह अधिक घातक साबित हो सकता है।