Jabalpur : रेलवे का बड़ा फैसला, कोरोना की नयी गाइडलाइन्स

रेलवे ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब 50 फीसदी स्टाफ के साथ दफ्तरों को खोलने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही बायो मेट्रिक्स अटेंडेंस पर भी रोक लगा दी गई है.

Jabalpur News: कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए अब रेलवे दफ्तरों को 50 फीसदी स्टाफ के साथ खोलने का निर्णय लिया गया है. 50 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम पैटर्न पर कार्य करेंगे. यह निर्णय तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है. कोरोना संक्रमण रोकने के लिए इसके साथ ही बायो मेट्रिक्स अटेंडेंस पर भी रोक लगा दी गई है. रेलवे द्वारा स्टेशन सहित अन्य परिसरों में सेनेटाइजेशन सहित सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकाल का पालन भी सुनिश्चित किया जा रहा है.

तीन रेलवे स्टेशनों पर होगा लागू
पश्चिम मध्य रेल के मुख्यालय जबलपुर से जारी नए आदेश के तहत रेलवे कार्यालयों, डिपो एवं वर्कशॉप में 50 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा गया है. इस संबंध में पमरे मुख्यालय के कार्मिक विभाग द्वारा जारी इस आदेश में डीओपीटी के पत्र के तारतम्य ये जानकारी दी गई है. पत्र में कहा गया है कि वर्तमान कोविड-19 की लहर को देखते हुए पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, भोपाल एवं कोटा मंडलों में तुरंत प्रभाव से यह व्यवस्था लागू की जा रही है. तीनों मंडलों के सभी कार्यालयों, डिपो तथा वर्कशॉप आदि में सिर्फ 50 फीसदी कर्मचारी ही उपस्थित रहेंगे तथा शेष कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम की तर्ज पर घर से ही अपना कार्यालयीन कार्य करते रहेंगे.

सीनियर स्केल पर नहीं होगा लागू
यहां आपको बता दें कि पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर, भोपाल और कोटा मंडल में तकरीबन 56 हजार कर्मचारी और तीन हजार अधिकारी कार्यरत है. हालांकि सीनियर स्केल से ऊपर के अधिकारियों की ऑफिस में शत-प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य रहेगी. सीनियर स्केल से नीचे के अधिकारियों और कर्मचारियों पर 50 फीसदी उपस्थिति का आदेश लागू होगा. यह आदेश फिलहाल 31 जनवरी 2022 तक के लिए प्रभावी होगा. ये आदेश देश कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण लिया गया है. पिछले कुछ दिनों से देश कोरोना के मामले फिर एक बार तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसके बाद अब कोरोना के तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है.

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