काबुल/ अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अल्पसंख्यक शिया समुदाय पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को कंधार के शिया मस्जिद में हुए धमाके में 32 लोगों के मारे जाने की खबर है। धमाके के वक्त सैकड़ों की संख्या में लोग जुमे की नमाज पढ़ने के लिए इकट्ठा हुए थे। ऐसे में मरने वालों की संख्या और ज्यादा बढ़ने का अनुमान है। पिछले शुक्रवार को भी कुंदुज में एक शिया मस्जिद पर आत्मघाती हमला हुआ था। इस हमले में भी 50 से अधिक नमाजी मारे गए थे।
धमाका उस वक्त हुआ जब चल रही थी जुमे की नमाज
मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को इमाम बरगाह मस्जिद के पास दक्षिणी प्रांत कंधार शहर में पीडी-1 क्षेत्र में विस्फोट हुआ है, जिसमें भारी संख्या में लोगों के मारे जाने की आशंका है। अधिकारियों के अनुसार, ये बम धमाका कंधार शहर के पुलिस जिले एक (पीडी1) की एक मस्जिद में हुआ है। स्थानीय लोगों ने टोलो न्यूज को बताया कि विस्फोट शिया समुदाय की एक मस्जिद में हुआ, धमाका उस वक्त हुआ जब जुमे की नमाज चल रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हताहतों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है। हताहतों की सही संख्या पर कोई आधिकारिक रिपोर्ट जारी नहीं की गई है और अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली।
पिछले हफ्ते कुंदुज की शिया मस्जिद में हुआ था धमाका
इससे पहले आठ अक्तूबर को कुंदुज प्रांत की शिया मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान हुआ था। इसमें 50 से अधिक लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएस-के ने ली थी। इस धमाके की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कड़ी निंदा की थी। सुरक्षा परिषद ने कहा था कि आतंक के आकाओं को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की आवश्यकता है। यह हमला एक कायरतापूर्ण कृत्य है। आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए शांति व सुरक्षा का मुद्दा बन गया है। सुरक्षा परिषद ने आतंकवाद के आकाओं, इनके फाइनेंसरों को पकड़ने की आवश्यकता व्यक्त की।