जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है और न ही गांव वाले मौतों से सबक ले रहे हैं। इसी के तहत गांव के तीन लोगों ने बुधवार की शाम को खेतों में लावारिस पड़ी जहरीले शराब को पी गए, जिससे गुरुवार को उनकी मौत हो गई। चार दिन में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या 24 पर पहुंच गई है।
जानकारी के अनुसार, छैरा निवासी रमेश (45) पुत्र चिलाई बाल्मीकि बुधवार की शाम को गांव के नजदीक खेत में गया था। इसी दौरान यहां इसे देशी शराब पड़ी मिली, जिसे संभवत: शराब माफिया ने छिपा दिया था। रमेश मुफ्त में मिली इस जहरीली शराब को लेकर घर आ गया, जहां जैतपुर वाह उत्तरप्रदेश में रहने वाला उसका रिश्तेदार कैलाश (60) पुत्र रामसहाय वाल्मीकि भी आया हुआ था। दोनों ने इस जहरीली शराब पीकर पार्टी की। रात में ही उनकी तबीयत बिगड़ी और सुबह मुरैना जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।
इधर, छैरा गांव में ही रहने वाला पंजाब सिंह (40) पुत्र किशनचंद्र किरार भी खेत में पड़ी अवैध शराब उठाकर पी गया। देर रात जब तीनों की तबियत बिगड़ी तो इन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। उधर, छैरा-मानपुर गांव में अवैध जहरीली शराब पीने वाले ऐसे लोग, जो डर की वजह से सामने नहीं आ रहे हैं, उनकी जांच के लिए गांव में डॉक्टर्स की टीम भेजी गई। इस टीम ने कई लोगों का चेकअप किया।
अफसरों ने ग्रामीणों से अपील भी की है कि वे नि:संकोच होकर अपना चेकअप कराएं ताकि उनका समय पर इलाज किया जा सके। इधर, पुलिस ने गुरुवार को दबिश देकर तालाब से भारी मात्रा में अवैध शराब और ओपी जब्त की। आपको बता दें कि, इनमें से आठ लोग मुरैना जिला अस्पताल तो वहीं 14 लोग ग्वालियर के जेएएच में भर्ती हैं।