हल्दी सेहत के लिए कितनी लाभकारी हैं। इस बात को हम अच्छी तरह से जानते हैं। आयुर्वेद में हल्दी को बेहतरीन औषधि मानी जाती हैं। जो इम्यूनिटी मजबूत करने के साथ-साथ शरीर में किसी भी तरह का दर्द, ब्लड प्रेशर के साथ-साथ दिल को हेल्दी रखने में मदद करती हैं। जहां एक ओर इसके बेहतरीन फायदे हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकती हैं। हल्दी का सेवन कुछ लोगों के सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। जानिए इनके बारे में।
ये लोग न करें हल्दी का सेवन
ब्लड शुगर के मरीज
जो लोग ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए दवा ले रहे हो। खासकर खून पतला करने की तो हल्दी का सेवन नुकसानदेय साबित हो सकता है। क्योंकि इसमें पाया जाने वाला तत्व करक्यूमिन ब्लड शुगर की मात्रा अधिक कम कर सकता है।
गॉल ब्लैडर में समस्या
हल्दी गॉल ब्लैडर में समस्या को बदतर बना सकती है। अगर आपको पित्ताशय की पथरी या पित्त नली की रुकावट है तो हल्दी का सेवन न करें।
हल्दी गॉल ब्लैडर में समस्या को बदतर बना सकती है। अगर आपको पित्ताशय की पथरी या पित्त नली की रुकावट है तो हल्दी का सेवन न करें।
पीलिया
अगर आपको पीलिया यानि ज्वाइंडिस की समस्या हैं तो हल्दी का सेवन न करें। इससे आपका रोग और अधिक बढ़ सकता है।
अगर आपको पीलिया यानि ज्वाइंडिस की समस्या हैं तो हल्दी का सेवन न करें। इससे आपका रोग और अधिक बढ़ सकता है।
ब्लीडिंग की समस्या
हल्दी लेने से खून का थक्का जम सकता है। यह ब्लीडिंग डिसऑर्डर विकारों वाले लोगों में चोट और खून बहने के जोखिम को बढ़ा सकती है।
हल्दी लेने से खून का थक्का जम सकता है। यह ब्लीडिंग डिसऑर्डर विकारों वाले लोगों में चोट और खून बहने के जोखिम को बढ़ा सकती है।
गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज
जीईआरडी नाम की यह बीमारी पेट से संबंधित बीमारी हैं। हल्दी कुछ लोगों में पेट खराब कर सकती है। यह पेट की समस्याओं जैसे जीईआरडी को बदतर बना सकता है। अगर यह जीईआरडी के लक्षणों को बढ़ाता है तो हल्दी न लें।
आयरन की कमी
हल्दी का अधिक मात्रा में सेवन करने से यह आयरन के अवशोषण को रोक सकता है। आयरन की कमी वाले लोगों में हल्दी का उपयोग सावधानी के साथ किया जाना चाहिए।
जीईआरडी नाम की यह बीमारी पेट से संबंधित बीमारी हैं। हल्दी कुछ लोगों में पेट खराब कर सकती है। यह पेट की समस्याओं जैसे जीईआरडी को बदतर बना सकता है। अगर यह जीईआरडी के लक्षणों को बढ़ाता है तो हल्दी न लें।
आयरन की कमी
हल्दी का अधिक मात्रा में सेवन करने से यह आयरन के अवशोषण को रोक सकता है। आयरन की कमी वाले लोगों में हल्दी का उपयोग सावधानी के साथ किया जाना चाहिए।
सर्जरी
हल्दी खून के थक्के को धीमा कर सकती है। इससे सर्जरी के दौरान और बाद में अतिरिक्त खून बह सकता है। शेड्यूल सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले हल्दी का उपयोग बंद कर देना चाहिए।
हल्दी खून के थक्के को धीमा कर सकती है। इससे सर्जरी के दौरान और बाद में अतिरिक्त खून बह सकता है। शेड्यूल सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले हल्दी का उपयोग बंद कर देना चाहिए।
गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग
गर्भावस्था या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भोजन के साथ हल्दी का सेवन करना सुरक्षित है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान हल्दी लिक्विड के रूप में लेना असुरक्षित है। यह मासिक धर्म को बढ़ावा दे सकता है या गर्भावस्था को खतरे में डाल सकता है। अगर आपको इसका सेवन करना है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
गर्भावस्था या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भोजन के साथ हल्दी का सेवन करना सुरक्षित है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान हल्दी लिक्विड के रूप में लेना असुरक्षित है। यह मासिक धर्म को बढ़ावा दे सकता है या गर्भावस्था को खतरे में डाल सकता है। अगर आपको इसका सेवन करना है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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