वाशिंगटन: क्या किसी व्यक्ति को कोराना वायरस (Corona Virus) का संक्रमण दोबारा हो सकता है? यह एक ऐसा सवाल है जिसका शत-प्रतिशत जवाब अभी तक वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए हैं, लेकिन उनका मानना है कि ऐसा होने की संभावना नहीं है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 (COVID-19) से पीड़ित व्यक्तियों में किसी न किसी तरह की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाएगी, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि इस क्षमता का स्तर क्या होगा और यह कब तक टिकेगी.
ऐसी खबरें हैं कि ठीक होने के कई सप्ताह बाद लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. इस तरह की खबरों ने कई विशेषज्ञों को यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि क्या व्यक्ति दोबारा भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है? कई विशेषज्ञों को लगता है कि लोग समान बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं या फिर जांच रिपोर्ट में पहले संक्रमण के शेष अवशेषों का पता चल रहा है. ऐसी भी संभावना है कि जांच रिपोर्ट गलत आ रही हो और इनमें इस वजह से लोगों के दोबारा संक्रमित होने की बात कही जा रही हो.
वैज्ञानिकों का कहना है कि ठीक होने के बाद जांच रिपोर्ट में फिर से संक्रमित पाए जाने के बाद किसी व्यक्ति से दूसरों को संक्रमण होने का कोई दस्तावेजी साक्ष्य नहीं है. अन्य विषाणुओं के संबंध में हुए अध्ययनों में पाया गया है कि लोग अपने पहले संक्रमण के बाद तीन महीने से लेकर एक साल के भीतर फिर से बीमार हो सकते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के मामले में ऐसा हो सकता है या नहीं, इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. बोस्टन कॉलेज में वैश्विक जनस्वास्थ्य कार्यक्रम के निदेशक डॉ. फिलिप लांद्रिगन ने कहा कि यह काफी कुछ एक उभरता विज्ञान है.
ऐसी खबरें हैं कि ठीक होने के कई सप्ताह बाद लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. इस तरह की खबरों ने कई विशेषज्ञों को यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि क्या व्यक्ति दोबारा भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है? कई विशेषज्ञों को लगता है कि लोग समान बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं या फिर जांच रिपोर्ट में पहले संक्रमण के शेष अवशेषों का पता चल रहा है. ऐसी भी संभावना है कि जांच रिपोर्ट गलत आ रही हो और इनमें इस वजह से लोगों के दोबारा संक्रमित होने की बात कही जा रही हो.
वैज्ञानिकों का कहना है कि ठीक होने के बाद जांच रिपोर्ट में फिर से संक्रमित पाए जाने के बाद किसी व्यक्ति से दूसरों को संक्रमण होने का कोई दस्तावेजी साक्ष्य नहीं है. अन्य विषाणुओं के संबंध में हुए अध्ययनों में पाया गया है कि लोग अपने पहले संक्रमण के बाद तीन महीने से लेकर एक साल के भीतर फिर से बीमार हो सकते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के मामले में ऐसा हो सकता है या नहीं, इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. बोस्टन कॉलेज में वैश्विक जनस्वास्थ्य कार्यक्रम के निदेशक डॉ. फिलिप लांद्रिगन ने कहा कि यह काफी कुछ एक उभरता विज्ञान है.