गुजरात विधानसभा चुनाव में पिछले 22 सालों में पहली बार हुआ था कि बीजेपी सौ का आंकड़ा पार नहीं कर सकी. राज्य की 182 सीटों में से 99 विधायक जीत सके थे. विपक्ष ने 99 का फेर बोलकर तंज भी कसा था. लेकिन नतीजों के 4 दिन भीतर बीजेपी के लिए खुशखबरी आ गई. लुनावाडा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले निर्दलीय विधायक रतनसिंह राठौड़ ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया है. राठौड़ ने राज्यपाल को खत लिखकर अपना समर्थन देने की बात कही है. इस तरह राठौड़ के समर्थन से देने से बीजेपी को 182 सदस्यीय विधानसभा में 100 विधायकों का समर्थन हासिल हो गया है.
रत्नसिंह राठौड़ कांग्रेस से बगावत करके लुनावाडा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय मैदान में उतरे थे. कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया था. इसके लिए उन्हें निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरना पड़ा था. कांग्रेस ने इसके लिए उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था. इसके बावजूद रत्न सिंह निर्दलीय चुनाव जीतने में कामयाब रहे. अब उन्होंने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन किया है.
बता दें कि गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 99, कांग्रेस गठबंधन को 80 और 3 सीटें अन्य को मिली है. अन्य की तीन सीटों में से रत्न सिंह राठौड़ एक हैं, जिन्होंने बीजेपी को समर्थन करने के लिए राज्यपाल को खत लिखा है.
गुजरात में बीजेपी इस बार लगातार छठी बार विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रही है. लेकिन इस बार बीजेपी सौ के आंकड़े को छू नहीं सकी थी. जबकि इससे पहले के सभी विधानसभा चुनाव में बीजेपी सौ के ऊपर विधानसभा सीटें जीतती रही है. 1995 में बीजेपी को 121 सीटें, 1998 में 117 सीटें, 2002 में 127 सीटें, 2007 में 117 सीटें, 2012 में 115 सीटें और 2017 में 99 सीटें जीती हैं.
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