जबलपुर: अंजुमन इस्लामियां ट्रस्ट की अरबों की संपत्ति का रखवाला बनाया गया नासिर उर्फ़ प्यारे साहब अब ऐसा लगता है जैसे बिल्ली को दूध की रखवाली सौप दी गयी हो. महज चंद साल पहले मात्र एक एक सडियल बाइक पर घुमने वाला 'प्यारे' आज कई लक्जरी कारों का मालिक है. यहाँ तक की उसका 20-22 का पुत्र भी लक्जरी कार पर घूमता नजर आ रहा है. अब सवाल ये उठता है की इनके पास अपार दौलत आने का क्या कारण है तो हम आपको बता दें की यह परिवार चार साल पहले तक माध्यम वर्गीय से भी निम्न था पर जब इनके ऊपर भाजपा के एक नेता जो पूर्व मंत्री भी रहे है की इनायत हुयी. तो इनको अंजुमन इस्लामियां ट्रस्ट का ताज नसीब हो गया. फिर शुरू हुआ ट्रस्ट को लूटने का घिनौना खेल.........ऐसा खेल जिसने कौम के एकमात्र स्तरीय स्कूल को गर्त में गिरा दिया. जिससे उठने में अंजुमन को सदियों लग जायेगी. इस लूटेरे का खेल बदस्तूर चलता रहता अगर ....यह विडियो वायरल नहीं होता.
बाप-बेटे कर रहे सौदा
अंजुमन जमीन का सौदा ट्रस्ट अध्यक्ष प्यारे साहब और उनका बेटा जीशान 5 करोड़ रुपए में कर रहे हैं। संबंधित सौदे का वीडियो जब वयारल हुआ, तो मानों तूफान आ गया। जबलपुर से लेकर भोपाल तक इसकी गूंज हुई। मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड ने इसे गंभीरता से लेते हुए अध्यक्ष प्यारे साहब को नोटिस थमाया है। नोटिस में धारा 67(2) अंतर्गत वक्फ अधिनियम 1995 संसोधित 2013 के तहत स्पष्टीकरण मांगा है। यदि इस समय सीमा में जवाब नहीं आता है, तो अध्यक्ष की कुर्सी तो जाएगी साथ ही नियम मुताबिक कार्रवाई की गाज भी गिर सकती है।
सौदेबाजी-
जबलपुर से भोपाल तक पैसों की बंदरबांट का रहस्य उजागर हो रहा है, मानों यह रोजमर्रा का काम है। इस वीडियों को देखने के बाद लगता है कि मध्यप्रदेश में वक्फ की जमीनों के साथ क्या इसी तरह की सौदेबाजी हो रही है। इससे तो लगता है कि वक्फ की बेशकीमती जायदाद को बचाने के बजाए इसे हड़पने वाले जिम्मेदार पदों पर बैठ गए हैं। इतना ही नहीं एक व्यापारी (करन शूज वाले का नाम इसी तरह लिया गया) से रुपया बगैर किसी लिखापढ़ी और रसीद के लेने की चर्चा बाप-बेटे करते दिखाई दे रहे हैं। दूसरे ग्राहक के सामने आॅफर उसकी मांग और काम के हिसाब से पेश किया जा रहा है।
भोपाल तक जाता है पैसा-
ट्रस्ट को बनाने वाले, दान देने वाले समाज के प्रतिष्ठित लोग, उच्च पदों तक पहुंचे अंजुमन के पूर्व छात्र यह सब देखकर हैरान हैं। समाज में हलचल है। अंजुमन में लगातार बढ़ रही भ्रष्टाचार की शिकायतें बेअसर हो जाने का कारण क्या भ्रष्टाचार करने वालों की नेताओं और भोपाल तक पहुंच और पैसा है।
वीडियो में इस प्रकार हो रही डील
ग्राहक – मैं जो आपको टोकन दूंगा 50 लाख और बाकी जो पैसा है 5 करोड़ रुपये। ब्लैक में देने हैं या व्हाइट में देने है। बाकी पैसे की क्या गारंटी है।
जीशान – ये जो लेंगे 5 करोड़ वो ऊपर से लेंगे इसकी कोई लिखा पड़ी नहीं होगी। जो एक नम्बर से लेंगे 50 लाख उसकी लिखा पड़ी होगी।
प्यारे- देखिए दो बाते हैं इसमें कच्चा पैसा और पक्का पैसा। पक्का पैसा जो होगा वो अंजुमन के नाम से जाएगा उसकी तो लिखा पड़ी होगी।
ग्राहक- हां उसकी तो लिखा पड़ी होगी। लेकिन मैं यह चाह रहा हूं। आपको जो पांच करोड़ दे रहा हूं। उसके लिए क्या गारंटी है।
प्यारे- आपकी बात बहुत सही है। देखिए जो हमने इनसे पैसे लिया। किनसे। करन वाले से।
ग्राहक- कैसे लिए
जीशान- हमने उनसे कैश लिया है।
प्यारे- कैश लिया है। तो अपन ने रसीद तो दी नहीं उनको। यह तो गुड फेथ वाली बात है।
ग्राहक- यह तो आपके शहर की बात है। तो गुड फेथ का मामला है। यदि मैं आपको पैसे दे दूं। उसमें टाईम लग जाए 2 महिने, 3 महिने। मेरे और भी काम चलते हैं।
जीशान- देखिए इसमें तो हम कुछ लिखित दे ही नहीं सकते। क्या लिख के दे हम आपको।
ग्राहक- आपने जिस नेता की गारंटी दिलानी की बोले थे। उसकी गारंटी दिलाओ।
प्यार- देखिए मैं आपको जो बात बता रहा हूं। जो भी अपना यह पैसा रहेगा। जो जाना है भोपाल। अब आपतो यह समझते हैं बहुत अच्छे से। विटामिन आर (रिश्वत) का तो कोई वो होता नहीं। यह तो आपको हम पर विश्वास करना पड़ेगा। यह ईमानदारी वाली बात है।
इस पर उन्होंने एस जीएम अग्रवाल के खिलाफ कारखाना अधिनियम की धारा 7 ए (2)(सी) व 7 ए (2)(डी) के तहत प्रकरण दर्ज कर अदालत में चालान पेश किया है।
पुराने मामलों की भी जाँच होना चाहिए मामले का दूसरा पहलू
नासिर उर्फ़ प्यारे के कार्यकाल के सभी मामलो में जाँच होना चाहिए ऐसा मुस्लिम समाज के लोग चाहते है फिर चाहे वो कारण शूज का मामला हो या अंधेर देव की जमीनों को बेचने का. कहा जाता है की अन्धेर्देव वाली जमीन पर मार्किट बनाने वाली पार्टी ही इस वायरल विडियो के लिए जिम्मेदार है. पहले तो उस पार्टी ने इस विडियो के बल पर नासिर उर्फ़ प्यारे को ब्लैकमेल किया जब यह ब्लाच्क्मैलिंग नहीं चली तो विडियो वायरल कर दिया. बहरहाल कुछ भी हुआ हो. समाज सिर्फ ये चाहता है की ये अंधेरगर्दी बंद हो, अंजुमन से चोर लुटेरे हटाये जाये.