नई दिल्ली: देश की अग्रणी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने बचत खाताधारकों को बड़ी राहत देते हुए महानगरों में न्यूनतम जमा राशि की सीमा को 5 हजार रुपए से घटाकर 3 हजार रुपए करने की घोषणा की है। बैंक ने कहा है कि उसने मेट्रो और शहरी शाखाओं में बचत खातों में न्यनूतम जमा राशि 3 हजार रुपए करने का फैसला किया है। इसके साथ ही बैंक अब नाबालिगों, पेंशनर्स और सब्सिडी के लिए खोले गए अकाउंट्स पर मिनिमम बैलेंस का चार्ज वसूल नहीं करेगी। एसबीआई की ओर कहा गया है कि इससे करीब 5 करोड़ अकाउंट होल्डर्स को फायदा होगा। यह निर्णय एक अक्टूबर से लागू होगा।
बैंक के अनुसार, शहरी़ अर्ध शहरी और ग्रामीण शाखाओं में यह सीमा अब क्रमश 3 हजार रुपए 2 हजार रुपए और 1 हजार रुपए रहेगी। इसके अलावा बैंक ने गैर रख-रखाव प्रभार भी 20 से 50 प्रतिशत घटा दिया है। बैंक द्वारा जारी बयान में कहा है कि अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभार को 25 से 75 रुपए से घटा कर 20 से 40 रुपए और शहरी और मेट्रो शहरों में 50 से 100 रुपए से घटा कर 30 से 50 रुपए कर दिया जाएगा। बैंक ने पेंशनभोगियों के लिए मासिक औसत बकाया (एमएबी) प्रभार भी हटा दिया है। यह प्रधानमंत्री जनधन योजना और मूल बचत खाता जमा खातों के अलावा है। बैंक ने यह भी स्पष्ट किया है नियमित बचत खाता को मूल बचत खाता में बिना किसी शुल्क के परिवर्तित किया जा सकता है।
बैंक के अनुसार, शहरी़ अर्ध शहरी और ग्रामीण शाखाओं में यह सीमा अब क्रमश 3 हजार रुपए 2 हजार रुपए और 1 हजार रुपए रहेगी। इसके अलावा बैंक ने गैर रख-रखाव प्रभार भी 20 से 50 प्रतिशत घटा दिया है। बैंक द्वारा जारी बयान में कहा है कि अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभार को 25 से 75 रुपए से घटा कर 20 से 40 रुपए और शहरी और मेट्रो शहरों में 50 से 100 रुपए से घटा कर 30 से 50 रुपए कर दिया जाएगा। बैंक ने पेंशनभोगियों के लिए मासिक औसत बकाया (एमएबी) प्रभार भी हटा दिया है। यह प्रधानमंत्री जनधन योजना और मूल बचत खाता जमा खातों के अलावा है। बैंक ने यह भी स्पष्ट किया है नियमित बचत खाता को मूल बचत खाता में बिना किसी शुल्क के परिवर्तित किया जा सकता है।
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