जियो की टक्कर में अपना 4GVoLTE नेटवर्क उतारेगा एयरटेल

नई दिल्ली
भारती एयरटेल अपने कड़े प्रतिद्वंद्वी रिलायंस जियो इन्फोकॉम को उसी के अंदाज़ में टक्कर देने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि एयरटेल अगले ही हफ्ते से जियो जैसी ही 4G VoLTE टेक्नॉलजी का इस्तेमाल शुरू करने जा रहा है। यही नहीं कम्पनी का टारगेट इस साल के अंत तक देश भर में यह सेवा उपलब्ध करवाना है।


वॉइस ओवर LTE (VoLTE) टेक्नॉलजी से हाई डेफिनिशन कॉलिंग की जाती है जिससे वॉइस कॉल्स में और क्लैरिटी आती है। इसमें वही नेटवर्क इस्तेमाल होता है जो डेटा के लिए किया जाता है। सुनील मित्तल की मार्केट लीडिंग कम्पनी इसी टेक्नॉलजी के लिए मुकेश अंबानी की नई कम्पनी से लोहा लेगी। गौरतलब है कि जियो ने फ्री VoLTE कॉल्स और अनलिमिटेड डेटा देकर पिछले एक साल में 13 करोड़ ग्राहकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है।

खबर है कि एयरटेल पहले मुंबई में अपनी VoLTE सर्विस लॉन्च करेगी। इसके बाद कोलकाता और फिर अन्य मेट्रो सिटीज़ में यह नेटवर्क पहुंचेगा। कम्पनी ने मेट्रो और 3-4 बड़े शहरों में पिछले कुछ महीने ट्रायल भी किया है।

एक सूत्र ने बताया, 'मुंबई और कोलकाता में और उसके बाद कुछ मेट्रो सिटीज़ में, जहां कम्पनी लॉन्च प्लान कर रही है, कुछ ग्राहकों को अपने फोन पर VoLTE कॉल्स ऐक्टिवेट करने का मेसेज भेजा जाएगा।'


एक अन्य जानकार ने बताया, 'एयरटेल इस वित्तीय वर्ष के अंत तक (31 मार्च तक) ज्यादा से ज्यादा शहरों में पहुंच जाएगा और देशभर में यह नेटवर्क पहुंचाने की कोशिश करेगा।' भारती एयरटेल ने इस मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

फिलहाल जियो अकेला ऑपरेटर है जो VoLTE सेवाएं दे रहा है और अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकल गया है। मई में आइडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर हिमांशु कपानिया ने भी कहा था कि उनकी कम्पनी ने VoLTE नेटवर्क की टेस्टिंग पूरी कर ली है। वे सितंबर तक सर्विसेज लॉन्च भी करने की तैयारी में थे लेकिन उनके लॉन्च प्लान के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

देखें: जियो का रेकॉर्ड, 13 करोड़ पार ही ग्राहकों की संख्या

विश्लेषकों का कहना है कि अपनी VoLTE सर्विसेज के जरिये, एयरटेल मार्केट में मौजूद तगड़ी प्राइस वॉर में अपनी जगह पक्की करने और यूजर बेस पर पकड़ बनाए रखने की कोशिश करेगा।

ऐनालिसिस मेसन के वरिष्ठ सलाहकार संदीप दास ने कहा कि यह एयरटेल की तरफ से बड़ा कदम होगा जो मौजूदा ग्राहकों को बनाए रखने औ नए ग्राहक बनाने में काम आएगा। पिछले कई सालों से जो कॉल क्वॉलिटी सुधर नहीं सकी है वह भी सुधरेगी।


पुराने ऑपरेटर, जिनमें एयरटेल भी शामिल है, इस वक्त पुरानी सर्किट स्विच टेक्नॉलजी पर ही वॉइस सर्विसेज दे रही हैं जबकि डेटा 4G, 3G और 2G नेटवर्क्स पर दिया जा रहा है। VoLTE टेक्नॉलजी की मदद से ऑपरेटर एक ही नेटवर्क पर वॉइस और डेटा दोनों सेवाएं दे पाता है। यहां वॉइस कॉलिंग LTE नेटवर्क पर ही चलने वाली एक ऐप्लिकेशन की तरह होती है जिससे एयरवेव्स का बेहतर इस्तेमाल होता है।

हमारे सूत्रों में से एक ने कहा कि ऐसा होने पर इस टेलिकॉम कम्पनी को मोबाइल ब्रॉडबैंड की बढ़ती डिमांड से निपटने के लिए ज्यादा एयरवेव्स भी मिलेंगी।

इन लोगों ने बताया कि एयरटेल अब तक करीब 15 डिवाइस मॉडल्स पर फाइनल ट्रायल कर चुका है। एयरटेल के वे यूजर डिवाइस जो VoLTE कॉल्स अक्सेप्ट करने में सक्षम हैं, उन्हें सॉफ्टवेयर पैच भेजे जाएंगे। भारत में अप्रैल से जून की तिमाही में बेचे गए हर 3 फोन्स में से एक VoLTE डिवाइस था। काउंटरपॉइन्ट की एक रिसर्च के मुताबिक, अगले पांच सालों में भारत में करीब 20 करोड़ 4GVoLTE फोन बेचे जाएंगे। इससे मोबाइल बेचने वाली कम्पनियों और नेटवर्क प्रवाइडरों दोनों को फायदा पहुंचेगा।

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