जम्मू-कश्मीर: एनकाउंटर करने गए जवानों पर स्थानीय लोगों ने पत्थर-लाठी से किया हमला, छीन ली बंदूक

शहर के बाहरी हिस्से तराल क्षेत्र में आज सुरक्षा बलों और एक मकान में घिरे हिज्बुल मुजाहिदीन के चार-पांच उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ में एक उग्रवादी ढेर हो गया। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि क्षेत्र में तलशी अभियान के लिए सेना के विशेष बल की तैनाती की गयी है। शाम में सुरक्षा बलों द्वारा मकान की घेराबंदी किए जाने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई। उन्होंने कहा कि एक पाकिस्तानी उग्रवादी का शव बरामद हो गया है और अन्य की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ स्थल पर प्रदर्शनकारियों के जमा होने के कारण इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उन्होंने सीआरपीएफ के एक जवान की राइफल छीन ली थी। सुरक्षा बलों ने मकान का आधा हिस्सा गिरा दिया है, लेकिन उग्रवादी तब भी उनपर गोलियां चला रहे थे। आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन का सदस्य बुरहान वानी इसी क्षेत्र का रहने वाला था।
अधिकारियों के मुताबिक इलाके में छिपा हुआ एक आतंकी संगठन का टॉप कमांडर था जिसके बुरहान वानी से अच्छे संबंध थे। सर्च ऑपरेशन के दौरान ही आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी थी। सर्च ऑपरेशन को 42 राष्ट्रीय राइफल्स, जेएंडके पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और सीआरपीएफ के जवान चला रहे थे। इसी बीच इलाके के लोग धरना-प्रदर्शन करने निकल गए और उन्होंने गांव की तरफ जाने वाले कई रास्तों को ब्लॉक भी कर दिया। अधिकारियों के मुताबिक इसी दौरान एक जवान पर लाठी-डंडों से हमला कर उसकी बंदूक छीन ली गई।
वहीं सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जब जवान अपने रास्ते पर थे तो उनपर मेनटाउन में पत्थरों और डंडो से हमला किया गया। इस पत्थरबाजी में सीआरपीएफ के 5 जवान घायल भी हो गए थे। एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी थी कि वह एनकाउंट साइट के करीब न जाए। इसी बीच शोपियां इलाके के चिलपोरा गांव में चलाए जा रहे ऑपरेशन कों मिलिटेंट्स के भागने के बाद बंद करना पड़ा। मुठभेड़ की शुरुआत शुक्रवार (3 फरवरी) देर रात को शुरू हुई थी। आतंकियों को ढूंढने के लिए घर-घर जाकर सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे थे।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने