कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, Covid से बचने को इन 9 नियमों को फिर से अपने जीवन में लें उतार



कोरोना है, अभी खत्म नहीं हुआ और लंबे समय तक हमारे बीच रह सकता है. ये बात आपको बार-बार दोहराने की जरूरत है. यह बात हम इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि हम सभी भूल चुके हैं कि कोरोना (Covid19) ने दो साल तक कैसा आतंक मचाया था. बजारों में सन्नाटा पसरा था और सड़कें वीरान थीं. घर-घर में कोरोना संक्रमित मिल रहे थे और शायद ही कोई मोहल्ला हो, जहां कोरोना के कारण किसी की मौत न हुई हो. हमें बार-बार कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करने के लिए हर माध्यम से समझाया जा रहा था. आज भले ही कोरोना नियमों में ढिलाई दे दी गई हो, भले ही हर दूसरे घर में कोरोना संक्रमित न पाया जा रहा हो. भले ही अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी न हो रही हो. फिर भी कोरोना से डरने की जरूरत है. डरने की जरूरत इसलिए क्योंकि एक बार फिर कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है. आज यानी 24 जून को कोरोना के 17 हजार, 336 नए संक्रमित पाए गए हैं. चार महीने (124 दिन) बाद एक दिन में कोरोना के इतने संक्रमित सामने आए हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार सुबह कोरोना के आंकड़े अपडेट किए. पिछले 24 घंटे में देश में 17 हजार 336 नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इस तरह से देश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 4 करोड़, 33 लाख, 62 हजार, 294 पहुंच गया है. चिंता की बात यह है कि देश में 124 दिन बाद संक्रमण के दैनिक मामलों में 30 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पिछले 24 घंटे में 13 मौतों के साथ इस संक्रमण के कारण मृतकों का आंकड़ा भी 5 लाख, 24 हजार, 954 तक पहुंच गया है. आज भी 88 हजार, 284 लोग कोरोना से जंग लड़ रहे हैं.

ऐसे समय में जब कोरोना के आंकड़े एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं, तब जरूरत है कि हम सब एक बार फिर से कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करें. वैसे तो आप कोरोना से जुड़े उन नियमों को नहीं भूले होंगे, फिर भी यहां हम उन नियमों को बता दे रहे हैं, ताकि आप फिर से उन्हें अपने जीवन में उतार सकें.
इन नियमों को अपने जीवन में फिर से उतारेंबेवजह भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, अगर संभव हो तो ऐसी जगहों पर न जाएं. खासतौर पर अगर आपकी उम्र 60 वर्ष से ज्यादा है या आपने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है तो आपको इस नियम का कड़ाई से पालन करना चाहिए. अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है, आप किसी तरह की बीमारी से जूझ रहे हैं तो ज्यादा से ज्यादा घर पर ही रहने की कोशिश करें.
यदि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो जाए या उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण (सर्दी, जुकाम, खांसी, छींक, बुखार) आदि नजह आ रहे हैं तो उनसे कम से कम 3 फीट की दूरी बनाकर रखें.
नियमित अंतराल पर अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से अच्छी तरह से धोते रहें.
जहां साबुन और पानी मौजूद न हो वहां एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करके हाथों को अच्छी तरह से साफ करें. ध्यान रहे कि जहां साबुन-पानी उपलब्ध हो, वहां सैनिटाइजर के इस्तेमाल से बचें. अगर आपके हाथ ज्यादा गंदे हैं तो सैनिटाइजर आपकी मदद नहीं कर पाएगा.
अपने शरीर के उन अंगों को बार-बार छूने से बचें, जहां से वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है. यानी चेहरे, आंख, नाक, मुंह आदि को न छुएं अगर जरूरी हो तो पहले हाथ सैनिटाइज करें या साबुन-पानी से धोएं.
अगर आपको खांसी या जुकाम है तो खांसते या छींकते समय मुंह को ढकें या कोहनी मुंह पर रखकर खांसें या छींकें. हाथ मुंह पर रखने की बजाए टिश्यू पेपर का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन इस्तेमाल के बाद उसे ढक्कन वाले डस्टबिन में फेंक दें.
शारीरिक व्यायाम बहुत जरूरी है. अगर आप घर पर ही रहते हैं तो स्वयं को एक्टिव रखें, नियमित तौर पर योग और एक्सरसाइज करें. ध्यान रहे कि योग और एक्सरसाइज से आपकी इम्युनिटी बढ़ती है और चिंता, तनाव आदि से निपटने में मदद मिलती है.
छोटे बच्चों को कोरोना के टीके नहीं लगे हैं और इस समय सबसे ज्यादा खतरे में बच्चे ही हैं. हालांकि, बच्चों में कोरोना संक्रमण के काफी कम मामले सामने आए हैं. फिर भी निश्चित तौर पर यह नहीं कहा जा सकता है कि वह कोरोना संक्रमित नहीं होंगे, इसलिए बच्चों का खासतौर पर ध्यान रखें. हो सके तो उन्हें खेलने को बाहर न भेजें.
बच्चों को साफ-सफाई के महत्व के बारे में समझाएं और कोरोना से जुड़े अन्य नियमों का पालन करना भी उन्हें सिखाएं. उनके खिलौनों को गर्म पानी से धोएं.

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