श्रावस्ती सहित मटेरा सीट पर असमंजस बरकरार है, अखिलेश से मिलने के लिए रमजान दिल्ली पहुंचे .....

बहराइच की मटेरा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए सपा के मोहम्मद रमजान ने इंकार कर दिया था। इसके बाद वह शीर्ष नेतृत्व के फोन पर बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने लखनऊ रवाना हुए। वहां मुलाकात न होने पर वह दिल्ली पहुंचे हैं। इस दौरान श्रावस्ती सहित मटेरा सीट पर असमंजस बरकरार है।

श्रावस्ती सीट से पूर्व विधायक मोहम्मद रमजान वर्ष 2017 के चुनाव में मात्र 445 वोट से हार गए थे। इसके बावजूद वह पूरे पांच वर्ष क्षेत्र में जमे रहे। यही कारण रहा कि लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता बरकरार रही। यह माना जा रहा था कि यदि इस बार उन्हें सपा इस सीट से चुनाव लड़ने का मौका देगी तो वह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को करारा जवाब दे पाएंगे। लेकिन जब सपा ने प्रत्याशियों की सूची जारी की तो मोहम्मद रमजान को श्रावस्ती विधानसभा सीट के बजाए बहराइच के मटेरा सीट से चुनाव लड़ने को कहा गया। इस पर उन्होंने भिनगा आवास पर एक प्रेस वार्ता करके स्पष्ट किया कि वह मटेरा से चुनाव नहीं लड़ेंगे। यदि श्रावस्ती से उन्हें मौका मिलता है तो चुनाव लड़ेंगे। नहीं तो अपने समर्थकों से बात करके आगे की रणनीति तय करेंगे।

यही नहीं उन्होंने अपना विरोध प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने भी जताया था। इसी के बाद देर रात उन्हें लखनऊ पहुंच कर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने को कहा गया था। इस सूचना के बाद वह गुरुवार को जब लखनऊ पहुंचे तो उनकी मुलाकात वहां अखिलेश यादव से नहीं हो पाई। इसके बाद वह राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने दिल्ली रवाना हो गए। दिल्ली जाने से पूर्व उन्होंने अपनी पुरानी बातों को फोन पर दोहराते हुए स्पष्ट किया कि वह राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिल कर अपनी वेदना व मजबूरी बताएंगे, लेकिन मटेरा चुनाव लड़ने नहीं जाएंगे। इसका कारण है कि वह कभी भी मटेरा चुनाव के दृष्टिकोण से नहीं गए हैं। वहां के कार्यकर्ता, भौगोलिक क्षेत्र के बारे में जानकारी नहीं है। वहीं मोहम्मद रमजान के तीखे तेवर के बाद श्रावस्ती व मटेरा दोनों सीटों पर उहापोह की स्थिति बरकरार है। वहीं श्रावस्ती विधानसभा सीट से घोषित उम्मीदवार असलम रायनी ने गुरुवार को अपना नामांकन पत्र खरीदा है।

भाजपा के पूर्व प्रत्याशी की सक्रियता से बढ़ा असमंजस
विधानसभा चुनाव में दोनों सीटों को लेकर कई तरीके की अफवाह फैली है। इसमें श्रावस्ती सीट के प्रत्याशी के परिवर्तन की चर्चा पहले से ही है। साथ ही भिनगा सीट पर भाजपा खेमे में भी प्रत्याशी परिवर्तन की अफवाह आम है। यदि अफवाहों पर ध्यान दें तो बताया जा रहा है कि इस सीट से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी अलक्षेंद्र कांत सिंह चुनावी प्रचार अपने स्तर पर कर रहे हैं। इससे संभव है कि इस सीट पर भी कोई परिवर्तन होने वाला है। यह बात और है कि इन अफवाहों की पुष्टि नहीं हुई है। यह मात्र जन चर्चा का विषय बन कर रहा गया है। भिनगा से भाजपा प्रत्याशी पदमसेन चौधरी ने नामांकन पत्र लेकर इस अफवाह पर विराम लगाने की कोशिश की।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने