नई दिल्ली. आरबीआई ने शुक्रवार को पालिसी स्टेटमेंट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रिटेल इन्वेस्टर्स भी अब गिल्ट अकाउंट (Gilt Account) खोलकर सरकारी बॉन्ड्स खरीद सकते हैं. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बहुत जल्द ही रिटेल इन्वेस्टर्स को गिल्ट अकाउंट खोलने की सुविधा दी जाएगी. माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक के इस कदम से बॉन्ड मार्केट (Bond Market) में अतिरिक्त वृद्धि देखने को मिलेगी. दास ने कहा है कि इस प्रक्रिया के लिए जल्द ही दिशानिर्देश जारी किया जाएगा. लेकिन, बहुत से ऐसे लोग होंगे, जिन्हें बॉन्ड मार्केट या गिल्ट फंड के बारे में जानकारी नहीं होगी. आज हम आपको इसके जोखि़म और फायदे समेत कई जरूरी जानकारी देंगे.
सरकार बॉन्ड में किस तरह के रिटर्न मिलते हैं?
वर्तमान में 10 साल के सरकारी बॉन्ड (G-Sec) पर 6.126 फीसदी का यील्ड (Bond Yeild) मिल रहा है. आसान शब्दों में कहें तो अगर आप इस बॉन्ड को 10 साल के लिए रखते हैं तो आपको 6.126 फीसदी का रिटर्न मिलेगा. यह यील्ड इस बात पर निर्भर करता है कि केंद्र सरकार के उधार लेने का क्या प्रोग्राम है और अर्थव्यवस्था को लेकर आरबीआई ने मौद्रिक नीति में क्या अनुमान लगाया है.
क्या 10 साल से भी कम अवधि के सरकारी बॉन्ड होते हैं?
10 साल से भी कम अवधि के सरकारी बॉन्ड भी होते हैं. इन्हीं में से एक ट्रेजरी बिल्स होते हैं, जो 365 दिन या इससे भी कम समय में मैच्योर हो रहे हैं. इनपर मिलने वाला यील्ड कम होता है. इसके अलावा आप भारत सरकार के टैक्सेबल सेविंग्स बॉन्ड भी खरीद सकते हैं, जिसपर नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) से लिंक्ड फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट (Floating Interest Rate) मिलता है. फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट का मतलब है कि ब्याज दर को हर तिमाही में रिवाइज किया जाएगा. NSC के आधार पर ही वर्तमान में यह 7.15 फीसदी है. आप इन भारत सरकार टैक्सेबल सेविंग्स बॉन्ड को एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस आदि से खरीद सकते हैं.