स्वतंत्रता दिवस : दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत, जानिए संविधान की खास बातें...

15 अगस्त 1947 का दिन वह दिन था जिसे भारतीय इतिहास में सबसे ख़ास दिन प्राप्त है. गुलाम भारत इस दिन अंग्रेजों से आजाद हुआ था. इसके बाद से 15 अगस्त के दिन ने हर साल हर भारतवासी को झूमने पर मजबूर किया. भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. आइए ऐसे में आज जानते हैं भारतीय संविधान से जुड़ीं कुछ ख़ास बातों के बारे में...
भारतीय संविधान से जुड़ीं कुछ ख़ास बातें...
- किसी भी देश का सबसे ऊंचा कानून उस देश का संविधान ही होता है. 
- भारत के संविधान के निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर है. 
- भीमराव ने 2 साल 11 माह और 18 दिनों में भारत का संविधान तैयार किया था.
- भारत में पूर्णतः एक दिन संविधान को ही समर्पित है. 26 नवंबर के दिन भारत संविधान दिवस मनाता है.
- जब संविधान बना था, तब इसमें 395 अनुच्छेद थे जो कि जो 22 भागों में विभाजित थे और इसमें केवल 8 अनुसूचियां ही थीं. जबकि अब संविधान में 465 अनुच्छेद है और इसमें 12 अनुसूचियां हैं और ये 22 भागों में बंटी हुई है.
- संविधान के निर्माण के बाद से उसमे कुल 100 संशोधन किए जा चुके हैं. 
- भारत के संविधान में शुरू से 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द नहीं था, बल्कि साल 1976 में 42वें संशोधन अधिनियम द्वारा इस शब्द को जोड़ा गया था. 
- कहा जाता है कि भारतीय संविधान के निर्माण में अनुमानित एक करोड़ रु का खर्चा आया था. 
- जब भारत अंग्रेजों का गुलाम था, उस समय भारत में अंग्रेजों द्वारा बनाया गया एक्ट 1935 मान्य था.
- भारत में किसी को भी दोहरे नागरिकता प्रदान नहीं की जाती है. वहीं भारत एक ऐसा देश है जहां धर्म, जाती, नस्ल, रंग आदि के कारण किसी से भेदभाव नहीं किया जाता है. 

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