खाना बांटते-बांटते भीख मांगने वाली लड़की से हुआ प्यार, युवक ने की शादी

नई दिल्ली: वह भीख मांगती थी. भिखारियों के साथ बैठकर खाना मांगती थी. वह अपनी माँ के लिए खाना ले जाती. लॉकडाउन के बीच एक शख्स जो लोगों की मदद के लिए खाना बाँट रहा था. वह उस लड़की को भी खाना दे आता. ऐसा लगातार हुआ और लॉकडाउन के दो माह होते-होते दोनों के बीच प्यार हो गया. शख्स को मांग कर खाने वाली ये लड़की इतनी पसंद आई कि उसने उससे शादी करने का फैसला कर लिया. और दोनों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए वर माला पहनाकर शादी कर ली. कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच ये प्यार की कहानी और शादी चर्चा का विषय बना हुआ है. 
ये अनोखी प्रेम कहानी उत्तर प्रदेश के कानपुर की है. बताते हैं कि प्रॉपर्टी डीलर लालता प्रसाद को एक बार नीलम मिली जो भीख मांग कर अपने लिए और अपनी बीमार मां के लिए खाना जुटाती थी. प्रॉपर्टी डीलर लालता प्रसाद ने अपने ड्राईवर अनिल से कहा कि नीलम को भी रोज खाना पहुंचा दिया करे. अनिल ने ऐसा करना शुरू किया. करीब दो माह तक वह नीलम को सुबह शाम खाना पहुंचाता था. वह नीलम के अलावा और लोगों को भी खाना बांटता था. इस बीच अनिल के मन में नीलम के लिए भावनाएं जाग गईं. अनिल कई बार खुद खाना बनाकर नीलम को देने जाता. इधर नीलम का भी अनिल से दोस्ताना व्यवहार हो गया. 
इसकी भनक जब प्रॉपर्टी डीलर लालता प्रसाद को लगी तो उन्होंने अनिल से बात की. अनिल से शादी के बारे में पूछा तो उसने हाँ कर दी. इसके बाद अनिल के पिता को मनाना बड़ी चुनौती थी. प्रॉपर्टी डीलर लालता प्रसाद ने ये काम खुद किया. जैसे ही अनिल के पिता ने सहमति जताई. दोनों की शादी की तैयारियां शुरू की गईं.
नीलम को भीख मांगने वाली जगह से लाया गया. उसकी मां को भी लाया गया. और फिर नीलम दुल्हन बन गई. दोनों की कुछ लोगों की मौजूदगी में कानपुर के भगवान बुद्ध आश्रम में शादी हो गई. दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई. जहाँ शादी हुई, वहां भीमराव आंबेडकर और भगवान बुद्ध की तस्वीरें भी लगाई गईं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया. कई सामाजिक लोग इस शादी में शामिल हुए. और इस तरह से भीख मांगने वाली युवती को उसका राजकुमार मिल गया, और युवक को उसकी अर्धांगनी. ये शादी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है.
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