तलाशिए खुशहाली के राज, 10 लाख रुपये देगी मध्य प्रदेश सरकार

भोपालखुश रहने का कोई तरीका खोजिए और आपको मध्य प्रदेश सरकार की ओर से 10 लाख रुपये मिलेंगे। दरअसल, एमपी एक मात्र राज्य है जहां 'हैपीनेस डिपार्टमेंट' है और उनका लक्ष्य लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना है।
सरकार हैपीनेस रिसर्च प्रॉजेक्ट संचालित कर रही है। इसके साथ ही विशेषज्ञों को 'हाई लेवल स्टडी ऐंड
सरकार हैपीनेस रिसर्च प्रॉजेक्ट संचालित कर रही है। इसके साथ ही विशेषज्ञों को 'हाई लेवल स्टडी ऐंड रिसर्च' आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया गया है, जिससे वह लोगों के खुश रहने के लिए स्थान तैयार कर सकें। अधिकारियों के मुताबिक, 'हैपीनेस रिसर्च प्रॉजेक्ट' के लिए 10 लाख रुपये के अलावा इस विषय पर प्रॉजेक्ट्स और फेलोशिप के लिए विभाग आर्थिक सहयोग और पुरस्कार भी देता है।

जानिए कैसे मिलेंगे 10 लाख रुपये?हैपीनेस डिपार्टमेंट ने एमपी के विभिन्न संस्थानों में उच्च शिक्षा, स्कूली शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और मेडिकल शिक्षा में हैपीनेस पर रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है। हालांकि, 10 लाख रुपये इतनी आसानी से हाथ में नहीं आएंगे। अधिकारियों के मुताबिक, 'इसके लिए एक कमिटी आवेदनों का निरीक्षण करेगी और जीतने वाले प्रपोजल में साफ होना चाहिए कि रिसर्च के जरिए एमपी में कैसे खुशहाली का माहौल बनाया जाएगा, साथ ही लोगों को खुश रहने का तरीका भी सिखाया जाएगा।'

साझा करना होगा प्रॉजेक्टराज्य आनंद संस्थान के निदेशक प्रवीण गंगराडे ने कहा, 'हम सभी लोगों को हैपीनेस पर रिसर्च करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं और उम्मीद करते हैं कि राज्य में खुशहाली के नए-नए विचार सामने आएं। रिसर्च के लिए चुने गए स्कॉलर को अपने शैक्षिक संस्थान के अलावा हैपीनेस डिपार्टमेंट के साथ अपने प्रॉजेक्ट को साझा करना होगा। कई सारे विषयों में से हैपीनेस रिसर्च के टॉपिक में से एक हो सकता है।'

हर साल होंगे 5 रिसर्च प्रॉजेक्ट्सहर साल इस तरह के 5 रिसर्च प्रॉजेक्ट्स को मंजूरी दी जाएगी, प्रत्येक के लिए 3 वर्ष का समय होगा। मध्य प्रदेश हैपीनेस डिपार्टमेंट ऐसे रिसर्चर्स की तलाश कर रही है जो 35 वर्षीय हों और पीएचडी किया हो या तो रिसर्च कार्य का अनुभव हो। यही नहीं वह किसी विश्वविद्यालय, कॉलेज, शैक्षिक और रिसर्च संस्थान से संबद्ध हों।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने