1 लाख लोग रोज करेंगे सफर, जानें मेजेंटा लाइन मेट्रो की हर एक बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली मेट्रो की नई मेजेंटा लाइन को हरी झंडी दिखाई. ये लाइन दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी मंदिर को सीधा नोएडा के बॉटनिकल गार्डन से जोड़ेगी. पीएम मोदी के साथ इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहे. PM मोदी ने यहां मेट्रो में सफर भी किया.
सार्वजनिक परिवहन अब तकनीक के नए युग में प्रवेश करने जा रहा है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) पहली बार चालक रहित मेट्रो का संचालन करने जा रहा है. ये लाइन शुरू होने पर इसमें रोजाना करीब 1 लाख लोग सफर करेंगे. उद्घाटन के बाद शाम 5 बजे से मेट्रो को आम लोगों के लिए चालू कर दिया जाएगा.
यह मेट्रो नई मेजेंटा लाइन पर कालकाजी से नोएडा के बोटेनिकल गार्डन के बीच चलेगी. इस लाइन पर पिछले 6-7 महीनों से ट्रेनों का ट्रायल किया जा रहा था. इसमें ट्रेनों के संचालन के लिए पहली बार प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (पीएसडी) और उच्च तकनीक वाली सिग्नलिंग प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा.
यह मेट्रो 90-100 सेकंड की फीक्वेंसी से चलेगी. DMRC के अधिकारियों के मुताबिक अनटेंडेड ट्रेन ऑपरेशन (UTO) से पहली बार बिना चालक के मेट्रो दौड़ेगी. इसमें संचार आधारिक ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (CBTC) तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. मेट्रो के बॉटेनिकल गार्डन (नोएडा) से जनकपुरी पश्चिम (दिल्ली) कॉरीडोर के बीच की दूरी 12.64 किलोमीटर होगी. इसमें नौ स्टेशन होंगे.

डीएमआरसी ने कहा कि शुरू में पांच मिनट 14 सेकंड के अंतराल पर यात्रियों को ट्रेन मिलेगी. दिल्ली मेट्रो के इस नए खंड के शुरू होने के बाद यात्री सीधे कालकाजी मंदिर से बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन तक का सफर 19 मिनट में तय कर सकेंगे. मेट्रो की ब्लू और वॉयलेट लाइन से यह सफर 52 मिनट में तय होता था, जबकि इंटरचेंज प्वाइंट मंडी हाउस स्टेशन है.

वहीं, बीते मंगलवार को दिल्ली मेट्रो की नई मेजेंटा लाइन पर एक ट्रेन हादसे की शिकार हो गई थी. यह हादसा मेट्रो के कालिंदी कुंज डिपो में ट्रेन के मेंटेनेंस के दौरान हुआ था.

DMRC के मुताबिक मंगलवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे ट्रायल के बाद जब ट्रेन को मेंटेनेंस के दौरान वाशिंग के लिए शेड में लाया गया, तो यहां ट्रेन स्लोप पर बने ट्रैक से आगे बढ़ गई और दीवार से जा टकराई.

उसका कहना था कि मेंटेनेंस के दौरान ट्रेन के ब्रेक डिसेबल कर दिए जाते हैं और शेड से बाहर निकालते वक्त फिर से ब्रेक को एक्टिवेट किया जाता है.

लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हो पाया और ट्रेन हादसे का शिकार हो गई. इससे दीवार टूट गई और मेट्रो दीवार के बाहर जा पहुंची.

गनीमत यह रही कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है. हालांकि DMRC ने इस हादसे को मानवीय भूल बताया. मालूम हो कि मैजेंटा लाइन का प्लान बोटेनिकल गार्डेन से जनकपुरी तक का है. लेकिन फिलहाल सिर्फ कालकाजी मंदिर तक ही काम पूरा हो पाया है.

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