UN में सू ची बोलीं- आतंकी वारदातों में शामिल हैं रोहिंग्या, म्यांमार पर हमले करवाए

म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची ने मंगलवार को संयुक्‍त राष्‍ट्र में कहा कि रोहिंग्‍या मुसलमान आतंकी वारदातों में शामिल हैं. रोहिंग्‍या मुसलमानों के विस्‍थापन के मुद्दे पर उन्‍होंने कहा कि रखाइन इलाके में सिर्फ मुसलमान ही नहीं रहते. उन्होंने कहा कि वह आलोचनाओं से नहीं डरती हैं. उन्होंने रखाइन पर चर्चा के लिए बांग्लादेश के गृहमंत्री को न्यौता भी दिया है.

सू ची ने कहा, रोहिंग्या समूहों ने म्यांमार पर हमले कराए. म्यांमार ने उन्हें संरक्षण दिया, लेकिन इसका नतीजा क्या निकला. जो लोग म्यांमार वापस आना चाहते हैं, उनके लिए रिफ्यूजी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

सू ची ने अपने 18 महीने की सत्ता की उपलब्धियों को गिनाया. उन्होंने आतंकवाद और मानवाधिकार उल्लंघन की भी निंदा की.


म्यामां में रोहिंग्या संकट पर अपनी पहली टिप्पणी में आंग सान सू ची ने कहा कि रखाइन प्रांत में फैले संघर्ष में जिन 'तमाम लोगों' को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, उनके लिए 'दिल से दुख' महसूस कर रही हूं. सू ची ने अपनी टिप्पणी में यह भी उल्लेख किया कि रोहिंग्या मुस्लिमों को हिंसा के जरिए देश से विस्थापित किया गया.
टीवी पर प्रसारित अपने संबोधन में सू ची ने ऐसे किसी भी 'मानवाधिकार उल्लंघन' की निंदा की जिससे संकट में इजाफा हो सकता है. उन्होंने कहा, 'हम यह सुनकर चिंतित हैं कि अनेक मुस्लिमों ने पलायन कर बांग्लादेश में शरण ली है.'

सू ची ने कहा, हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना से नहीं डरते. हमारी सरकार सिर्फ 18 महीने से सत्ता में है. हम शांति की कोशिशें और मानवाधिकार उल्लंघन की निंदा कर रहे हैं. लेकिन आतंकी गतिविधियों से हम सख्ती से निपटेंगे.

उन्होंने कहा कि रखाइन स्टेट में शांति स्थापित करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है. इस क्षेत्र में शांति और विकास के लिए वे काम कर रही हैं. रोहिंग्यों ने हमारे ऊपर आरोप लगाए हैं. सभी आरोपों को सुनने के बाद दोषियों को सजा दी जाएगी

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