मोदी से मुलाकात को तैयार मुस्लिम महिलाओं को मिल रही कट्टरपंथियों की धमकी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'संवाद' कार्यक्रम को लेकर मुस्लिम महिलाओं को धमकाए जाने का मामला सामने आया है। कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छुक महिलाओं को कट्टरपंथी घर-घर जाकर मारने-पीटने के साथ सामाजिक बहिष्कार की धमकी दे रहे हैं। इसका खुलासा मुस्लिम महिला फाउंडेशन की महिला कचहरी में हुआ। प्रशासन को इस बारे में जानकारी देने के साथ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।

पीएम मोदी 22 सितम्बर को अपने संसदीय क्षेत्र बनारस में आने वाले हैं। 2 दिवसीय दौरे में डीरेका ऑडिटोरियम में मुस्लिम महिलाओं के साथ पीएम का संवाद कार्यक्रम तय है। इसमें काफी संख्या में वे मुस्लिम महिलाएं शामिल होने वाली हैं जो लंबे समय से तीन तलाके के खिलाफ आवाज बुलंद करती रही हैं। इसकी जानकारी मिलते ही मुस्लिम बाहुल शक्करतालाब इलाके में कट्टरपंथियों के सक्रिय होने से महिलाओं को धमकाने का दौर शुरू हो गया।

वरुणापार इलाके में रविवार को मुस्लिम महिला फाउंडेशन की ओर से आयोजित महिला कचहरी में शामिल हुई शबाना ने बताया कि कट्टरपंथियों के इशारे पर युवकों की टोली घरों में बार-बार जाकर महिलाओं को पीएम कार्यक्रम में न जाने की बात कह धमका रही है। गुडि़या, रेशमा, शहनाज और आफरीन के अलावा एक दर्जन अन्य महिलाओं ने भी धमकाए जाने की जानकारी दी। महिलाओं ने बताया कि धमकी देने वाले कह रहे हैं कि मोदी कार्यक्रम के दिन घर से बाहर कदम रखते ही हाथ-पैर तोड़ दिया जाएगा।
 

धमकी देने वाले कायर 
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने महिला कचहरी में कहा कि धमकी देने वाले कायर हैं। मुस्लिम महिलाएं जागरुक हो चुकी हैं। पीएम मोदी से मिलकर वे अपनी परेशानी जरूर बताएंगी। इस मुद्दे पर सर्वसम्मति से तय किया गया ज्यादा से ज्यादा महिलाएं हर कीमत पर प्रधानमंत्री से मिलने जाएंगी। धमकी देने वालों के खिलाफ लिखित रिपोर्ट एसएसपी को दी जाएगी। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय सेवा प्रमुख डा. राजीव श्रीवास्तव का कहना है कि धमकी देकर मुस्लिम महिलाओं में खौफ पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है।

कट्टरपंथी हमला कर चुके
बनारस में तीन तलाक के विरोध से बौखलाए कट्टरपंथी धमकी देने के बाद हमला कर चुके हैं। बीते अप्रैल महीने में शक्कर तालाब मोहल्ले में मुस्लिम महिलाओं को जागरूक करने वाले कार्यकर्ता अजहरुद्दीन पर नकाबपोशों ने हमला किया था। चिंता की बात तो यह है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस निष्क्रिय बनी रही।

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