पंचतत्व में विलीन हुए अर्जन सिंह, 17 तोपों-फ्लाई पास्ट के साथ दी गई सलामी

भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. अर्जन सिंह देश के इकलौते वायुसेना अधिकारी थे जिन्हें फाइव स्टार रैंक और मार्शल की उपाधि दी गई थी.

अर्जन सिंह के सम्मान में सभी सरकारी इमारतों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाया गया है. उनका शनिवार देर शाम सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में निधन हो गया था.

अंतिम संस्कार से पहले अर्जन सिंह को दिल्ली कैंट स्थित बरार स्क्वायर पर श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई और उनके सम्मान में वायुसेना के हेलिकॉप्टर और फाइटर प्लेन्स से फ्लाई पास्ट किया गया.
अर्जन सिंह वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के नायक थे और इकलौते वायु सेना अधिकारी थे जिन्हें फाइव स्टार रैंक दी गई थी. उन्हें 44 वर्ष की आयु में ही भारतीय वायु सेना का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई जिसे उन्होंने शानदार तरीके से निभाया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने उनके अंतिम दर्शन किए और श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अर्जन सिंह के आकस्मिक निधन पर पूरा देश शोक व्यक्त करता है. गृह मंत्रालय प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली में सभी सरकारी इमारतों में 18 सितंबर को राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया जाएगा.
- अर्जन सिंह के अंतिम संस्कार में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, लालकृष्ण आडवाणी, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन और तीनों सेनाओं के सेना प्रमुख पहुंचे हैं.
- बरार स्क्वायर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि दी.
- रक्षामंत्री निर्मला सीतरमन ने अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि दी.
- वायुसेना मार्शल अर्जन सिंह की पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए बरार चौक ले जाया जा रहा है.

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