स्‍कूल ने 11 साल की स्टूडेंट को लड़कों के टॉयलेट में खड़ा किया, चार दिन में चार बड़े मामले

हैदराबाद के एक प्राइवेट स्कूल में एक टीचर ने 11 साल की छात्रा को लड़कों के टॉयलेट में खड़े होने की सजा दी. छात्रा की गलती केवल इतनी थी कि वह उचित यूनिफॉर्म पहनकर स्कूल नहीं आई थी.

छात्रा ने बताया कि उसकी मां ने उसका यूनिफॉर्म धोया था. वह सूख नहीं पाया था इसलिए वह सिविल ड्रेस में स्कूल चली गई. छात्रा ने बताया कि उसके पैरेंट्स ने सिविल ड्रेस पहनकर स्‍कूल आने के कारण के बारे में डायरी में लिख भी दिया है. इसके बावजूद टीचर ने उसकी बात नहीं सुनी और उसे लड़कों के टॉयलेट में लेकर चली गईं.

इस घटना के बाद से छात्रा डरी हुई है. उसने कहा कि वह स्कूल नहीं जाना चाहती है. इस मामले में बाल अधिकार कार्यकर्ताओं ने जांच की मांग की है.
चार दिन में चार बड़े मामलेपिछले चार दिनों में देश के अलग-अलग स्कूलों में छात्रों को लेकर लापरवाही के चार बड़े मामले सामने आ चुके हैं. 8 सितंबर को गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे की गला रेतकर हत्या कर दी गई. बच्चे के माता-पिता ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. वहीं गाजियाबाद के सिल्वर शाइन नाम के एक प्राइवेट स्कूल की स्कूल बस की चपेट में आकर एक छह साल की बच्ची की मौत हो गई. इसके बाद दिल्ली के गांधीनगर स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल में चपरासी द्वारा नर्सरी की छात्रा से रेप का मामला सामने आया है.

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