बर्थडे केक पर कैंडल्स बुझाना पड़ सकता है भारी, रिसर्च में हुआ खुलासा

नई दिल्ली :  
बर्थडे हो और केक न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। बर्थडे सेलिब्रेशन बिना केक के अधूरी रहती है और इसे चेरी, आईसिंग के अलावा कैंडल्स से सजाया था। आप कैंडल्स बुझाते वक़्त विश जरूर मांगते होंगे लेकिन कैंडल्स बुझाने से पहले अपनी अच्छी सेहत के लिए भी विश मांगना न भूले। हाल ही में हुए रिसर्च में पता चला है कि जब आप केक पर सजी कैंडल्स को फूंक मारकर बुझाते है तब केक में 1400 प्रतिशत बैक्टीरिया बढ़ जाते है।
अमेरिका की क्लेमों यूनिवर्सिटी के रिसर्चर ने दावा किया है कि कैंडल्स बुझाते समय केक पर थूक फैल जाता है जिसके कारण इतनी गुना तक बैक्टीरिया बढ़ जाते है। 'जर्नल ऑफ फूड रिसर्च' में प्रकाशित इस स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, 'बर्थडे कैंडल्स को फूंक मारकर बुझाने की परंपरा की शुरुआत के पीछे अलग-अलग मान्यताएं हैं। कुछ मान्यताओं के मुताबिक यह परंपरा प्राचीन ग्रीस में शुरू हुई।
केक पर कैंडल जलाकर हंट की देवी आर्टिमिस के मंदिर ले जाया जाता था। वहीं कुछ दूसरी प्राचीन सभ्यताएं के मुताबिक कैंडल बुझाने के बाद उससे निकलने वाला धुंआ प्रार्थनाओं को ईश्वर तक लेकर जाता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक जब आप कैंडल्स बुझाते है तब आप के सांस में मौजूद बायोएरोसोल बैक्टीरिया केक की सतह पर फैल जाता है। हमारे मुंह में कई बैक्टीरिया होते है लेकिन सभी नुकसान नहीं पहुंचाते। 
रोगजनक बैक्टीरिया से संबंधित बीमारियां, आज दुनियभर की आबादी में तेजी से फैल रही है जो कि चिंता की बात है।

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