राशिफल: जुलाई 2017

मेष (Aries): सूर्य मिथुन राशि में अर्थात् आपकी राशि से तृतीय भाव में बुध और मंगल के साथ युति में होने से महीने की शुरुआत के चरण में नई नौकरी की खोज करने वाले, नये व्यवसायिक क्षेत्र में जुड़ने के इच्छुक अथवा विस्तार करने के इच्छुक जातकों की सक्रियता फिलहाल अधिक रहेगी। आप हर विषय में गहन विचार करने की वृत्ति भी धारण करेंगे। आपकी आवक की मात्रा बढ़ सकती है क्योंकि शुक्र आपके धन स्थान में स्वगृही हुए हैं। जोखिमपूर्ण या साहसिक टूर की योजना बनाने की संभावना में भी वृद्धि होगी। मित्रों और भाई-बहन की तरफ से उत्तम सहयोग मिलेगा, परंतु उनके साथ संबंधों में उग्रता को स्थान नहीं दें। मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले जातकों को अथवा जन्मभूमि से दूर काम करने वाले या विदेश में काम करने वाले जातकों को फिलहाल थोड़ी अड़चनें आ सकती हैं। प्रेम संबंध बनाए रखने के लिए आपको विशेष प्रयास करने पड़ेंगे। दूसरे सप्ताह में बुध आपके चतुर्थ भाव में आएगा। विद्यार्थी अभी अवरोधों के बीच भी अध्ययन में एकाग्रता बढ़ाएंगे। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य चतुर्थ भाव में आ रहा है जिससे परिवार के साथ संबंधों में तनाव की संभावना में वृद्धि होगी। पैतृक जायदाद के विवादों में भी तनाव बढ़ सकता है। अंतिम चरण में लग्नेश तथा अष्टमेश मंगल कर्क राशि में आएगा जबकि बुध पंचम स्थान में आएगा। इस समय विद्यार्थियों को प्रवाह के विरुद्ध चलने की तैयारी रखनी पड़ेगी। सट्टे में जोखम नहीं उठाएं।

वृषभ (Taurus): महीने के प्रारंभ में आपका राशि स्वामी शुक्र आपकी राशि में से ही भ्रमण करेगा। जिसके ऊपर कन्या के गुरु की नौंवी शुभ दृष्टि पड़ेगी। इस समय के दौरान लंबे समय से जो लोग बीमार हैं उनकी तबीयत अच्छी होगी। सार्वजनिक जीवन में आपकी मान प्रतिष्ठा अधिक होगी। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति होने का अथवा प्रमोशन होने का योग बनेगा। विद्यार्थीवर्ग को शिक्षा के लिए उत्तम समय है। नौकरी में नए अवसर मिलने का योग है। दूसरे सप्ताह में थोड़े अंशों में मानसिक उथलपुथल रहेगी। आपको कार्य में विघ्न आने का या रुकावट आने का योग बनेगा। आपको जीवनसाथी की चिंता सताएगी। इस समय के दौरान आपको किसी व्यसन की लत नहीं पड़ जाए इसका ध्यान रखें। महीने के मध्य में कोर्ट-कचहरी-कानूनी काम में सफलता मिल सकती है। पैतृक संपत्ति से संबंधित विवाद में आपके पक्ष में समाधान आ सकता है। नौकरी में उच्च अधिकारी आपके कार्य से प्रसन्न रहेंगे। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य आपके पराक्रम स्थान में आकर मंगल और बुध के साथ युति बनाएंगे। अंतिम सप्ताह में बुध चतुर्थ भाव में आएगा। अंत में इस अवधि के दौरान आपकी ज्ञानपिपासा अधिक होगी। आपको दान-पुण्य करने का मन होगा। महीने के अंतिम दिनों में आपको आर्थिक लाभ की संभावना अधिक रहेगी।

मिथुन (Gemini): महीने के आरंभ में आपके विवाह स्थान में मंगल, सूर्य और बुध की युति है। शुक्र आपके व्यय स्थान में है। नौकरी और रोग के स्थान में शनि वक्री चल रहा है। अचल संपत्ति से संबंधित विवादों का हल निकलेगा। शिक्षा के संबंध में और आर्थिक विषयों में शुभ परिणाम की प्राप्ति होगी। आपमें भोगविलास की वृत्ति बढ़ेगी, इसलिए विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों पर खर्च अधिक होगा। वाहन चलाने में सतर्कता रखें। दुर्घटना का योग बन रहा है। वृश्चिक राशि का शनि कार्यक्षेत्र में अवरोध उत्पन्न करेगा। प्रणय संबंध में सफलता मिलेगी। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य आपके धन स्थान में आ जाएगा। मंगल और बुध के पहले से ही यहां आ जाने से आर्थिक विषयों में अभी बड़ा उतार-चढ़ाव दिखाई देगा। इस समय आकस्मिक खर्च होंगे। आर्थिक कारणों से चिंता और मानसिक बैचेनी अधिक रहेगी। महीने के अंत में इस अवधि के दौरान आपके पारिवारिक सुख-संबंधों में वृद्धि होगी। उधार वसूली संबंधित कार्य में रुकावटों के बाद सफलता मिलेगी। मैत्री संबंधों में गलतफहमी और वाद-विवाद उत्पन्न होने का योग है। इस समय संभव हो वहां तक कोई भी उद्यम शुरू करने अथवा नये कार्यों की शुरुआत करना टालें। चल अथवा अचल संपत्ति संबंधी कामकाज पूरे होंगे। आप अपने आसपास का माहौल सुधारने के लिए घर अथवा ऑफिस की सजावट में रुचि लेंगे।

कर्क (Cancer): हाल में बुध और सूर्य आपके व्यय स्थान में चल रहे होने से आपके विचारों में नकारात्मकता और स्वभाव में अहं तथा उग्रता अधिक रहेगी। व्यवहार और कम्युनिकेशन दोनों में आपको खूब संयम रखना पड़ेगा। बेकार की जल्दबाजी और अज्ञात भय रहने की संभावना है। मकान अथवा वाहन खरीदने का विचार बना रहे हैं तो शुरुआत के सप्ताह में मुलतवी रखें क्योंकि मंगल भी व्यय स्थान में है। फिलहाल, विवाह के इच्छुक जातक को योग्य जीवनसाथी मिलने की संभावना अधिक होगी। महीने के मध्य में गणेशजी आपको काफी लंबे समय से किसी के साथ बातचीत अथवा पत्र-व्यवहार बाकी हो तो उसे करने की सूचना दे रहे हैं। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य, बुध और मंगल तीनों ही ग्रह आपके विवाह स्थान में आ जाएंगे जो कुल मिलाकर प्रगति कराएंगे। मार्केटिंग व्यवसाय में काम करने वाले व्यक्ति बहुत बढ़िया करार करें, ऐसी संभावना है। लंबी अवधि से अटके हुए जायदाद के विवाद, सरकारी अथवा कानूनी विवादों का समाधान आ सकता है। व्यवसाय में आपके लंबी अवधि का दृष्टिकोण के साथ कोई महत्वपूर्ण फेरबदल करने की संभावना है। विद्यार्थी जातकों के लिए भी उत्तरार्ध का समय खूब बेहतर सिद्ध होगा। धन स्थान में स्थित राहु के कारण आय में अवरोध आ सकता है।

सिंह (Leo): महीने की शुरुआत में अर्थात् 1, 2, 3 तरीख के दिन धनलाभ होगा। मन की इच्छा पूरी होगी। आपके काम में मित्रों का पर्याप्त सहयोग मिलेगा। बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा और उनसे लाभ भी होंगे। यदि कोई कोर्ट कचहरी की सुनवाई हो तो उसमें भी फायदा मिलेगा। अनुकूल परिणाम मिलेंगे। अध्ययन में एकाग्रता नहीं रहेगी। शुभ कार्यों के बीच विघ्न आएंगे और मुसीबतें खड़ी होंगी जिसके कारण मानसिक बैचेनी महसूस होगी। स्वास्थ्य में भी गिरावट महसूस होगी। इस समय कोई भी निर्णय सोच विचार कर लेने की सलाह है। कोर्ट कचहरी में कोई केस चल रहा हो तो उससे उलझनें उत्पन्न होगी। बेकार के खर्च होने की भी संभावना बन रही है। हालांकि, तारीख 17, 18 के दिन थोड़ी-बहुत राहत का अनुभव करेंगे। चिंता धीरे-धीरे दूर होती महसूस होगी। मन शांत रहेगा। गुरु के कर्म त्रिकोण में होने से बचाव होगा। हालांकि, दूसरी तरफ शनि की दृष्टि के कारण रुकावटें रहेंगी। महीने के अंतिम चरण में दुर्घटना होने की संभावना होने से वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। गिरने-चोट लगने का योग है। इस सप्ताह में आप कोई भी जोखमवाले काम नहीं करें। समाज में अधिक सक्रिय रहने से मन प्रफुल्लित रहेगा। जीवनसाथी का भी पर्याप्त सहयोग मिलेगा।

कन्या (Virgo): महीने के प्रारंभ में मंगल और सूर्य आपके दसवें स्थान में बुध लाभ स्थान में, शुक्र भाग्य स्थान में जहां शनि वक्री होकर पराक्रम स्थान में है। गुरु लग्न में होने से आपकी तर्कशक्ति खूब बढ़िया रहेगी। व्यापारीवर्ग को धंधे में जो मंदी का सामना करना पड़ रहा था उससे राहत मिलेगी। आप बचत और लाभदायी निवेश के विषय में गंभीरता से विचार कर सकेंगे। दलाली, कमीशन, बीमा एजेन्सी, सरकारी कार्यों, बैंकिंग के काम से जुड़े हुए व्यक्तियों के लिए शुभ समय है। दूसरे सप्ताह का समय प्रेम संबंधों के लिए उत्तम है। मुलाकात का प्रयास सफल रहेगा। नए संबंधों की शुरुआत होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। महीने के मध्य में मंगल राशि बदलकर कर्क राशि में और आपकी राशि कुंडली से ग्यारहवें स्थान में भ्रमण करेगा और सूर्य भी इसके साथ युति में आएगा। यह भ्रमण आपके लिए उत्तम रूप से लाभदायी रहेगा। जन्मभूमि से दूर स्थान से अथवा विदेश से आर्थिक लाभ होगा। विदेश में बसे हुए लोगों के साथ कम्युनिकेशन अधिक होगा। विवाह के इच्छुक जातकों के लिए खूब आशाभरा समय है। संतान प्राप्ति से संबंधित कुछ विवाद उत्पन्न होंगे, परंतु इसका समाधान भी शीघ्रता से मिलेगा। महीने के अंतिम सप्ताह में बुध राशि बदलकर आपके व्यय स्थान में आने से आपके विचारों में थोड़ी नकारात्मकता आ सकती है। हालांकि, इस समय शुक्र के आपके कर्मस्थान में आने से विशेष रूप से कलाक्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए उत्तम प्रगति का समय शुरू होगा।

तुला (Libra): महीने के प्रारंभ में लाभ स्थान का मालिक आपके भाग्य स्थान में मंगल और बुध के साथ युति में है। बुध इस समय स्वगृही है। आठवें स्थान में शुक्र है। इस समय काम के कारण बहुत अधिक भागदौड़ रहेगी। आराम करने तथा मन को तरोताजा करने के लिए किसी एकांत और शांति वाले स्थान पर घूमने-फिरने का मन होगा। माता-पिता और बालकों को पर्याप्त समय भी दे सकेंगे। द्वितीय सप्ताह में बुध राशि परिवर्तन करके कर्मस्थान में आ गया है जो कैरियर के मोर्चे पर बौद्धिक मामलों में आपकी सक्रियता और सफलता में वृद्धि करेगा। पिता के साथ का संबंध और सुधरेंगे तथा आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल होने की संभावना है। लग्नेश शुक्र की स्थिति ठीक होने से सामाजिक स्तर पर कोई पद अथवा ओहदा मिलने की संभावना है। महीने के उत्तरार्ध में मंगल और सूर्य भी राशि बदलकर कर्मस्थान में आ रहे हैं। दांपत्य जीवन, अंतरंग संबंधों, सार्वजनिक जीवन, व्यापारिक संबंधों के लिए शुभ परिणाम मिल सकते हैं। तारीख 20, 21 को वृषभ राशि का चंद्र आठवें शुक्र के ऊपर से भ्रमण कर रहा है, इसलिए यात्रा का योग दिखाई दे रहा है। अचल जायदाद से संबंधित कार्यों में अवरोध आएंगे। महीने के अंतिम सप्ताह में आप प्रोफेशनल मोर्चे पर योजनाबद्ध व सुव्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ेंगे। आकस्मिक खर्च का प्रसंग बनेगा। वक्री शनि पैतृक संपत्ति के लिए तथा आर्थिक लाभ और मैत्री संबंधों में अवरोध पैदा करेगा।

वृश्चिक (Scorpio): प्रारंभिक समय में अग्नि तत्व की राशि के अधिपति मंगल का सूर्य के साथ भ्रमण होना अंगारक योग बनाएगा। राशि में शनि पहले से ही है। शारीरिक, मानसिक और दैवी रूप से पीड़ा वाला समय व्यतीत करना पड़ेगा। आपका गुस्सा और चिड़चिड़ाहट बढ़ सकता है। दूसरे सप्ताह से मंगल आपकी राशि से भाग्य स्थान में भ्रमण करेगा जिसके साथ में बुध भी युति में रहेगा। भाग्योदय होने के सुंदर अवसर प्राप्त होंगे। कामकाज, पैसा अथवा सार्वजनिक कार्य हर मोर्चे पर बड़ी ही आसानी पूरे होंगे। महीने के उत्तरार्ध में आपकी राशि से सूर्य का भ्रमण नौवें स्थान में हो रहा है। यह बुध और मंगल के साथ का भ्रमण है। सूर्य, मंगल और बुध का भाग्यस्थान में भ्रमण आपके व्यापार, वाणिज्य और व्यवसाय के लिए खूब उत्तम भाग्योदय और प्रगतिकारक कहा जा सकता है। बौद्धिक शक्ति तीव्र रहेगी व आपको नई दिशा और नया लक्ष्य सूझेगा। आपको ज्योतिषशास्त्र, कर्मकांड, आध्यात्मिक उन्नति से संबंधित पढ़ाई में खूब सफलताएं मिल सकती है। आर्थिक दृष्टि से यह समय अनुकूल रहेगा। दांपत्य जीवन के स्थान में शुक्र आने से विपरीत लिंग वाले व्यक्ति के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और जीवनसाथी के साथ चरम आनंद उठाने के अवसर भी मिलेंगे। जो लोग विदेश में अध्ययन के प्रयोजन से जाना चाहते हैं उनके लिए भी अनुकूल समय है।

धनु (Sagittarius): आपका धनेश शनि बारहवें स्थान में वक्री होने से आय में कमी आएगी तथा खर्च में वृद्धि होगी। स्त्री-पुरूषों को दांपत्य जीवन में अपने मस्तिष्क पर संयम बरकरार रखें, क्योंकि आपके सप्तम स्थान में बुध, मंगल और सूर्य की युति है। अहं और गुस्से की मात्रा अधिक रहेगी। संतान के विवाद से कहासुनी हो सकती है। कर्मस्थान में गुरु होने से व्यापार धंधा खूब बढ़िया चलेगा। कामकाज के लगभग सभी टार्गेट पूरे होने से कार्यक्षेत्र में आपकी प्रतिष्ठा अधिक होगी। विवाह के इच्छुक जातकों के लिए आशाभरा समय है। तरीख 10 से मंगल कर्क राशि अर्थात् नीच राशि में भ्रमण करेगा। लंबी यात्राओं तथा विदेश जाने के लिए उत्सुक व्यक्तियों को इस मामले में अनुकूलता बढ़ती देखने को मिलेगी। बुध का वक्री भ्रमण आठवें स्थान में व्यापारियों को व्यापार-धंधे में कमी ला सकता है। हालांकि, धार्मिक विषयों में आपकी रुचि बढ़ेगी जिससे आध्यात्मिक ज्ञान, कर्मकांड, गूढ विद्या आदि में आप ज्ञान के क्षितिजों का विस्तार कर सकेंगे। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य राशि बदलकर अष्टम स्थान में मंगल और बुध के साथ युति करेगा। शरीर में चर्मरोग की समस्या होती महसूस होगी। जिनको बवासीर, पैर के तलवे में जलन आदि की समस्या है उन्हें अधिक सावधानी बरतनी पड़ेगी। सार्वजनिक जीवन से संबंधित तथा सामाजिक अथवा सरकारी कार्य अटक सकते हैं। व्यापारियों को व्यापार धंधे में कमी आती हुई देखने को मिलेगी। महीने के अंत में इस अवधि के दौरान थोड़ी-सी भी अनदेखी के कारण दुर्घटना होने की आशंका है।

मकर (Capricorn): महीने के पूर्वार्ध में आपको ससुराल में थोड़ी तकलीफ आ सकती है। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय चिंता बढ़ा सकता है। 2 और 3 तारीख के दौरान आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। अड़ोस-पड़ोस के साथ का संबंध सुधरेंगे। आप आय के नए स्रोत और संभावनाओं पर विचार करेंगे। उधार-वसूली के लिए उत्तम समय रहेगा। इच्छित कार्य सिद्ध होंगे। छोटी यात्रा का योग बन रहा है। भाई-बंधुओं के साथ उत्तम समय व्यतीत करेंगे। इनके संबंधों में भी आत्मीयता झलकती दिखाई देगी। शत्रुओं पर आपकी विजय होगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। कुल मिलाकर, प्रसन्नदायक समय रहेगा। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य, कर्क राशि में परिवर्तन करेगा जिससे वैवाहिक जीवन में बहसबाजी तथा अनबन देखने को मिलेगी। जीवनसाथी के साथ मामूली विषयों पर तकरार होगी। जातकों को खुद पर इस समय आवश्यकता से अधिक क्षोभ आ सकता है। आवश्यकता से अधिक आवेश आपको नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए गुस्से पर नियंत्रण रखना जरूरी है। 25, 26 तारीख के दौरान जातकों का वरिष्ठ कर्मचारियों के साथ वाद-विवाद होने का अंदेशा है। बरसात के पानी से थोड़ी सावधानी बरतनी होगी। लापरवाही के कारण रोग गंभीर हो सकता है। आपकी मानसिक चिंता में वृद्धि होगी।

कुंभ (Aquarius): महीने के प्रारंभ में आपके पंचम स्थान अर्थात् प्रेम संबंध और संतान के स्थान में ही मंगल, सूर्य और बुध की युति प्रेम संबंध में तनाव का संकेत दे रही है। बारंबार अहं के टकराव और उग्रता के कारण अलग-थलग पड़ने तक की नौबत आ सकती है। संबंधों में नीरसता की भी संभावना रहेगी। उसमें भी राहु के फिलहाल सप्तम स्थान में रहने से दांपत्यजीवन में भी मुश्किल आने की संभावना है। एक दूसरे पर विश्वास और वफादारी पर सवाल उठ सकते हैं। शेयरबाजार में भी फिलहाल निवेश से दूर ही रहें। गर्भवती महिलाओं को फिलहाल स्वास्थ्य की विशेष संभाल करनी होगी। यदि संतान प्राप्ति में समस्या है तो फिलहाल उपचार का असर कम दिखाई देगा। विद्यार्थी जातकों के लिए यह समय बेहतर है। आप हर विषय में बुद्धिपूर्वक आगे बढ़ेंगे और अत्यधिक गहनतापूर्वक अध्ययन करेंगे। हालांकि, आपमें बैचेनी रहने से निरंतर अध्ययन करने में विक्षेप पड़ेगा। दूसरे सप्ताह के बाद का समय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर है। महीने के मध्य में सूर्य आपके छठे में भाव में बुध के साथ युति करेगा, इसलिए स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। काम के भार के कारण आपकी तकलीफ बढ़ सकती है। नौकरी पेशा लोगों को बुद्धि के बल पर प्रगति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए बढ़िया अवसर मिलेगा। साथ-साथ मंगल के भी युति में होने की वजह से आपको विशेष रूप से दूसरों के साथ व्यवहार में संयम रखना पड़ेगा। महीने के अंतिम सप्ताह में बुध के आपके सप्तम स्थान में आ जाने से दांपत्य जीवन में नीरसता बढ़ सकती है। परिवार की खुशी के लिए आप खर्च करेंगे। सजावट में भी खर्च बढ़ने की संभावना लग रही है।


मीन (Pisces): इस महीने की शुरुआत में ग्रहों की बात करें तो, शुक्र राशि बदलकर आपकी राशि से तृतीय स्थान में आने से भाई-बंधुओं के साथ भावनात्मक संबंध अधिक प्रगाढ़ होंगे। छोटे किंतु आनंददायक प्रवास होंगे। आपका क्रिएटिव माइन्ड बढ़िया काम करेगा। उत्तम भोजन और वाहन की प्राप्ति होगी। बुध राशि बदलकर आपकी राशि से पांचवें स्थान में आएगा, जो बौद्धिक विषयों में आपकी रुचि बढ़ाएगा। विद्यार्थियों के लिए यह भ्रमण अच्छा रहेगा। हालांकि, आगे जाकर सूर्य के भी इसी स्थान में आ जाने से प्रेम संबंधों में अहं का टकराव होने की पूरी संभावना है। संतान से संबंधित विवाद उत्पन्न होंगे। अध्ययन में आप अधिक से अधिक गहराई में उतरेंगे। इसी स्थान में मंगल की उपस्थिति के कारण विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को अपना ध्यान रखना होगा। दुर्घटना और बीमारी की आशंका है। महीने के मध्य में धन प्राप्ति की संभावना अधिक रहेगी। महीने के अंतिम सप्ताह में शुक्र राशि बदलकर आपकी राशि से चौथे स्थान में आएगा। शुक्र आपको हर प्रकार का भौतिक सुख उपलब्ध कराएगा। आपको नया निवास स्थान अथवा वाहन मिलेगा। वस्त्राभूषणों, सुख सुविधा के साधनों की खरीदी हो सकती है। घर की नई साज-सज्जा होगी। माता का सुख मिलेगा और उनका स्वास्थ्य भी सुधरेगा। सार्वजनिक जीवन में मान-सम्मान प्राप्त होगा। मन की प्रसन्नता बढ़ेगी। आप आंतरिक बल की वृद्धि का अनुभव करेंगे।

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