18 हज़ार में रेमडेसिवर की कालाबाजारी,न्यू मुनीश मेडिकोज सील



 जबलपुर |मढाताल गुरुद्वारे के नीचे स्थित न्यू मुनीश मेडिकोज पर आज एसडीएम आशीष पांडे के नेतृत्व में छापामार कार्यवाही की गई। कोरोना काल में जीवन दायनी इंजेक्शन रेमडीसीवर की कालाबाजारी यहां की जा रही थी। दुकान में तैनात एक लड़के द्वारा बड़े ही शातिरआना अंदाज में पहले तो इस इंजेक्शन के बारे में उसने आने वाले लोगों को मना कर दिया जाता था, फिर पूरा ड्रामा कर तीन चार जगह फोन लगाकर यह बताया जाता था कि इंजेक्शन मिल तो जाएगा लेकिन उसकी कीमत अधिक होगी। शिकायतकर्ता से जब इंजेक्शन की सौदेबाजी शुरू हुई थी तो मामला 6500 प्रति इंजेक्शन से शुरू हुआ था, फिर 2 दिन बाद मरीज के परिजन के मजबूरी और मौके का फायदा उठाते हुए न्यू मुनीश मेडिकोज के उसी लड़के ने एक इंजेक्शन की कीमत ₹17000 कर दी। सौदा आज शाम को 5:00 बजे तय हुआ जिसके 1 घंटे पहले न्यू मुनीश मेडिकोज के उसी लड़के ने शिकायतकर्ता को फोन करके बताया कि अब इंजेक्शन की कीमत ₹18000 हो गई है क्योंकि उसके पास अधारताल का एक और ग्राहक इंजेक्शन लेने पहुंच गया है और अगर उसे यह इंजेक्शन चाहिए है तो उसे ₹18000 प्रति इंजेक्शन चुकाने होंगे। जिसके बाद शिकायतकर्ता की ओर से इसकी शिकायत एसडीएम आशीष पांडे को की गई और सौदेबाजी के तय समय पर एसडीएम के नेतृत्व में ओमती पुलिस के एसआई सतीश झरिया व अन्य बल की उपस्थिति में यहां छापा मारा गया। छापा पढ़ते ही दुकान संचालक ने उक्त लड़के को अपने यहां का कर्मचारी मानने से मना कर दिया जिसके बाद एसडीएम श्री पांडे ने दुकान संचालक से कहा कि वह तत्काल लिखित में यह दे दें कि उक्त लड़का उनकी दुकान में कार्यरत नहीं है। शिकायतकर्ता ने इस सौदेबाजी के दौरान कालाबाजारी कर रहे युवक का वीडियो भी बना लिया है जो साक्ष्य के रूप में प्रशासनिक अधिकारियों को दिया गया है। पहले तो न्यू मुनीश मेडिकोज के संचालक ने बड़ी दिलेरी बता कर कागज  पर लिखना शुरू किया लेकिन जैसे ही उसे अपने फसने का आभास हुआ तो उसने तत्काल अपने बयान वाले कागज को फाड़ कर अलग कर दिया। फिलहाल दोनों संदिग्ध सौदेबाजी को ओमती पुलिस अपने साथ ले गई है और न्यू मनीष मेडिकल को सील कर दिया गया। एसडीएम का कहना है अब ड्रग  इंस्पेक्टर भी मौके पर मौजूद है और आगे की कार्यवाही की जा रही है।

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