आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार देर रात साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं देंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में लालू ने कहा कि तेजस्वी के इस्तीफे का सवाल ही नहीं है। बाकि जिसे जो फैसला करना हो करे।
देर शाम रांची से लौटने के बाद लालू यादव से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने मुलाकात की। हालांकि, चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि महागठबंधन अटूट है। लेकिन उनके बयान के कुछ ही समय बाद लालू यादव का बयान सामने आया और कहा कि हमारे तरफ से महागठबंधन को कोई खतरा नहीं है।
लालू यादव ने सोनिया गांधी से बातचीत से भी इंकार किया और कहा कि दिन भर न्यूज चलाई जा रही है कि सोनिया जी ने लालू और नीतीश से बात की। इसका पुरजोर खंडन करता हूं। लालू ने ये भी कहा कि हमारी तरफ से गठबंधन पर कोई आंच नहीं है।
तेजस्वी के इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस्तीफे के लिए FIR पर्याप्त वजह नहीं हो सकती है और विधान मंडल ने निर्णय लिया है कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। लालू ने ये भी कहा कि वो बीजेपी के घुड़की से डरनेवाले नहीं हैं। मेरे खिलाफ राजनीति से प्रेरित कार्रवाई की जा रही है।
इससे पहले खबर आ रही थी कि राजद और जदयू के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से पहले फोन पर खुद बातचीत की फिर प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी की बंद कमरे में नीतीश से मुलाकात हुई।
सोनिया से बात और अशोक चौधरी से मुलाकात के बाद जदयू नरम हुआ और प्रवक्ताओं से तेजस्वी पर सीधा हमला नहीं करने का निर्देश दिया। इधर, राजद विधायक भाई बीरेंद्र के तीखे बोल पर भी लगाम लगाया गया और प्रवक्ता मनोज झा को राजद के नरम रुख के साथ मीडिया के सामने लाया गया। मनोज झा ने कहा कि ये दौर भाजपा से लड़ने का है। उन्होंने जदयू और राजद के साथियों से अपील की कि ऐसा कोई बयान न दे जिससे गठबंधन का मर्म आहत हो।
इससे पहले राजद के भाई बीरेंद्र ने जदयू पर हमला बोलते हुए कहा था कि महागठबंधन में वही होगा जो राजद चाहेगा। इस पर जदयू के प्रवक्ताओं ने भी अपनी जुबान खोली। प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि नीतीश के चेहरे पर ही राजद को 80 सीटें मिली हैं, वर्ना पिछला चुनाव में कितना मिला था ये देख लें।
प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि राजद संपत्ति का खुलासा करके भाजपा के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दे। एक अन्य प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि भ्रष्टाचारी और नीतीश साथ नहीं रह सकते। हम नैतिक बल के बब्बर शेर हैं और भ्रष्टाचार से समझौता कभी नहीं कर सकते हैं।
लालू यादव ने सोनिया गांधी से बातचीत से भी इंकार किया और कहा कि दिन भर न्यूज चलाई जा रही है कि सोनिया जी ने लालू और नीतीश से बात की। इसका पुरजोर खंडन करता हूं। लालू ने ये भी कहा कि हमारी तरफ से गठबंधन पर कोई आंच नहीं है।
ANI EXCLUSIVE: RJD koi space nahi degi BJP,RSS ko yahan pair rakhne ke liye. Saara khel gathbandhan todne ke liye ho rha hai,says Lalu Yadav pic.twitter.com/5gBN600Qlp— ANI (@ANI_news) July 14, 2017
तेजस्वी के इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस्तीफे के लिए FIR पर्याप्त वजह नहीं हो सकती है और विधान मंडल ने निर्णय लिया है कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। लालू ने ये भी कहा कि वो बीजेपी के घुड़की से डरनेवाले नहीं हैं। मेरे खिलाफ राजनीति से प्रेरित कार्रवाई की जा रही है।
इससे पहले खबर आ रही थी कि राजद और जदयू के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से पहले फोन पर खुद बातचीत की फिर प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी की बंद कमरे में नीतीश से मुलाकात हुई।
सोनिया से बात और अशोक चौधरी से मुलाकात के बाद जदयू नरम हुआ और प्रवक्ताओं से तेजस्वी पर सीधा हमला नहीं करने का निर्देश दिया। इधर, राजद विधायक भाई बीरेंद्र के तीखे बोल पर भी लगाम लगाया गया और प्रवक्ता मनोज झा को राजद के नरम रुख के साथ मीडिया के सामने लाया गया। मनोज झा ने कहा कि ये दौर भाजपा से लड़ने का है। उन्होंने जदयू और राजद के साथियों से अपील की कि ऐसा कोई बयान न दे जिससे गठबंधन का मर्म आहत हो।
इससे पहले राजद के भाई बीरेंद्र ने जदयू पर हमला बोलते हुए कहा था कि महागठबंधन में वही होगा जो राजद चाहेगा। इस पर जदयू के प्रवक्ताओं ने भी अपनी जुबान खोली। प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि नीतीश के चेहरे पर ही राजद को 80 सीटें मिली हैं, वर्ना पिछला चुनाव में कितना मिला था ये देख लें।
प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि राजद संपत्ति का खुलासा करके भाजपा के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दे। एक अन्य प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि भ्रष्टाचारी और नीतीश साथ नहीं रह सकते। हम नैतिक बल के बब्बर शेर हैं और भ्रष्टाचार से समझौता कभी नहीं कर सकते हैं।
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