घायल बच्ची चेतना के इलाज में लापरवाही पर भड़का आक्रोश, गुलौआ में चकाजाम



प्रशासन की उदासीनता के विरोध में क्षेत्रीय लोगों ने फूंका गुस्सा, उपचार सहायता की उठाई मांग

जबलपुर। गुलौआ में स्वागत मंच का ट्रस (टेंट का लोहे का खंभा) गिरने से घायल हुई मासूम चेतना केवट के

उपचार में अब तक प्रशासन की ओर से कोई आर्थिक मदद नहीं मिलने पर क्षेत्रीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। रविवार को लोगों ने सड़क पर उतरकर चकाजाम किया और प्रशासन व आयोजन समिति के खिलाफ जोरदार नारेबाज़ी की।

शिव शक्ति दुर्गोत्सव समिति और स्थानीय लोगों ने बताया कि चेतना के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। बावजूद इसके, अब तक न तो प्रशासन ने किसी तरह की मदद की और न ही उस समिति ने जिम्मेदारी दिखाई, जिसके मंच का ट्रस गिरा था।

आक्रोशित लोगों ने बताया कि घटना में पहले ही एक महिला की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हैं, मगर प्रशासन और आयोजक दोनों ने मानो आंखें मूंद ली हैं। चेतना के इलाज के लिए मोहल्ले के लोगों ने चंदा एकत्र कर करीब 25 हजार रुपए जुटाए, जिससे इलाज चल रहा है। अब तक करीब सवा लाख रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन परिवार अब असहाय स्थिति में है।

प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने तत्काल मदद नहीं पहुंचाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा।
लोगों ने नगर निगम प्रशासन और आयोजन समिति के खिलाफ ‘मुर्दाबाद’ के नारे लगाए और कहा कि यह लापरवाही अस्वीकार्य है।

उन्होंने सवाल उठाया कि जब इस हादसे में जान जा चुकी है, तब भी अगर कार्रवाई नहीं होती तो आने वाले समय में ऐसे आयोजन और भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
स्थानीय लोगों ने मांग की कि चेतना के उपचार की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन उठाए और आयोजन समिति पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।

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