बिना पंजीयन संचालित हो रहा था क्लीनिक, गरुड़ दल की कार्रवाई में अस्पताल सील



जबलपुर। बिना आवश्यक पंजीयन के क्लीनिक और अस्पताल संचालित करने वालों पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की सख्ती जारी है। गरुड़ दल ने बिलहरी क्षेत्र स्थित सुलखिया क्लीनिक पर बड़ी कार्रवाई करते हुए संस्थान को सील कर दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, डॉ. दिव्यांश सुलखिया द्वारा संचालित इस क्लीनिक में स्वास्थ्य विभाग से किसी प्रकार की मान्यता प्राप्त नहीं थी, बावजूद इसके 10 बेड वाले अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। औचक निरीक्षण के दौरान मौके पर तीन मरीज भर्ती मिले, जिन्हें एलोपैथिक पद्धति से इलाज दिया जा रहा था, जबकि डॉ. सुलखिया के पास केवल बीएएमएस (आयुर्वेद) की डिग्री पाई गई।

कार्रवाई के दौरान गरुड़ दल ने क्लीनिक से संबंधित दस्तावेजों की मांग की, लेकिन संचालक आवश्यक अनुमति और रजिस्ट्रेशन प्रस्तुत नहीं कर सके। इसके बाद टीम ने नियमानुसार पंचनामा तैयार करते हुए क्लीनिक को सील कर दिया।

कार्रवाई में एसडीएम रघुवीर सिंह मरावी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनीता उप्पल, और गरुड़ दल के अन्य अधिकारी शामिल रहे। जांच में यह भी सामने आया कि अस्पताल में एलोपैथिक दवाएं भी बड़ी मात्रा में पाई गईं, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।

स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बिना मान्यता प्राप्त चिकित्सक द्वारा एलोपैथिक उपचार किया जाना न केवल नियम विरुद्ध है, बल्कि मरीजों की जान के लिए भी खतरा बन सकता है। मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।

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