बिजली कंपनी के सहायक यंत्री घर पर EOW की रेड, जानिए चार आलिशान मकान के अलावा और क्या-क्या मिला



सरकारी पदों पर रहते हुए अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले धनकुबेरों के खिलाफ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की कार्रवाई जारी है. अलग-अलग जिलों में ईओडब्ल्यू के लगातार छापे देखने को मिल रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को जबलपुर ईओडब्ल्यू की टीम ने बालाघाट में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में सहायक यंत्री (Assistant Engineer) के घर तड़के ईओडब्ल्यू ने रेड डाली. जांच में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सहायक यंत्री दयाशंकर प्रजापति के पास आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ. ईओडब्ल्यू को सेवा अवधि के दौरान वैधानिक स्रोतों से प्राप्त आय की तुलना में लगभग 280 फीसद अधिक संपत्ति अर्जित करने के सबूत पाए मिले.

विद्युत वितरण कंपनी में सहायक यंत्री के घर पर रेड

ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत के मुताबिक प्राथमिक जांच में ही सहायक यंत्री दयाशंकर प्रजापति के बालाघाट में निर्मित 4 आलीशान मकान, बालाघाट के वार्ड क्रमांक 22 में दो मकान, ग्राम बूढ़ी में एक प्लॉट, जिला बालाघाट में 5 प्लॉट, ग्राम गर्रा में एक प्लॉट, ग्राम गायखुरी में एक प्लाट, बालाघाट में 5 प्लॉट, दो बाइक और एक कार मिली है.

उनके खिलाफ न केवल आय से 280 फीसद अधिक संपत्ति अर्जित करने के सबूत मिले हैं बल्कि पत्नी के नाम पर भी एक प्राइवेट फर्म चलाने के दस्तावेज बरामद हुए हैं. ईओडब्ल्यू की टीम सुबह से ही लगातार सहायक यंत्री के ठिकानों पर दबिश दे रही है और कोर्ट से सर्च वारंट पाने के बाद बैंक खातों और लॉकर की भी जांच की जाएगी. ईओडब्ल्यू को उम्मीद है कि आय से अधिक संपत्ति का आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है.

पीडब्ल्यूडी का प्रोजेक्ट ऑफिसर रिश्वत लेते गिरफ्तार

खंडवा में लोक निर्माण विभाग का डिविजनल प्रोजेक्ट ऑफिसर पीयूष अग्रवाल को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया. करवाई इंदौर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने की. पीयूष अग्रवाल ने कंसलटेंट का 10 लाख का बिल पास करने के लिए घूस मांगी थी. पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में इंदौर लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है.


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